बिहार: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का अंतिम संस्कार मुंबई में ही किया जाएगा. सुशांत के चचेरे भाई और बीजेपी विधायक नीरज सिंह ने कहा है कि कल सुबह 11.20 बजे सुशांत के पिता के. के. सिंह के साथ वो मुंबई जाएंगे. ये फैसला कोरोना महामारी को देखते हुए लिया गया है. इसके अलावा नीरज सिंह ने ये भी बताया कि सुशांत के फिल्म इंडस्ट्री के दोस्तों ने भी मुंबई में ही अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया है. इससे पहले खबर थी कि उनका पार्थिव शरीर पटना लाया जाएगा.



सुशांत सिंह राजपूत ने आज बांद्रा के अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. इस खबर के सामने आने के बाद फिल्म इंडस्ट्री से लेकर खेल जगत और राजनेता तक, सभी हैरत में पड़ गए. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और सुशांत के फैंस को बड़ा झटका लगा. सुशांत के खुदकुशी करने की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है.


इसी साल नवंबर में होने वाली थी शादी
सुशांत सिंह राजपूत के कजन ने कहा है कि सुशांत इसी साल नवंबर में शादी करने वाले थे. कज़न (चचेरे भाई) पन्ना सिंह ने बताया कि उनकी सुशांत के पिता से बात हुई थी. उन्होंने कहा कि तकरीबन 45 मिनट की बातचीत में सुशांत के पिता ने उन्हें बताया था कि सब कुछ अच्छा अच्छा है. सुशांत से बात हुई है. नवंबर में शादी भी करने वाला है. तो हम लोग चलेंगे.


पुलिस ने क्या बताया

मुंबई जोन 9 के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने कहा है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत जाहिर तौर पर फांसी के कारण हुई है, लेकिन पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही उनकी मौत का सही कारण बता सकती है. उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है.


जब बहन की मौजूदगी में तोड़ा गया सुशांत के कमरे का दरवाजा
रविवार के दिन सुशांत की दिन की शुरुआत सुबह साढ़े 6 बजे हुई. उठने के बाद सुशांत अपने कमरे में ही थे. सुबह 9:30 बजे सुशांत ने अनार का जूस लिया और अपने कमरे में खुद को बंद कर लिया. यह वह आखिरी समय था जब सुशांत को उनके रसोइए ने देखा था. सुबह 10:30 बजे कुक सुशांत से दोपहर के लंच के लिए क्या खाना है, यह पूछने के लिए गया तो सुशांत ने दरवाजा नहीं खोला.


कुक दोबारा 12 बजे के करीब सुशांत के पास लंच में क्या खाना है पूछने के लिए गया था, इस बार भी सुशांत दरवाजा नहीं खोलने पर काफी देर तक दरवाजे पीटने और सुशांत को फोन करने के बाद भी जब जवाब नहीं मिला तो कुक समेत दो अन्य व्यक्ति जिसमें एक सर्वेंट हैं, वे घबरा गए.


एक सर्वेंट ने सवा 12 बजे सुशांत की बहन को फोन किया और पूरी बात बताई. सुशांत की बहन गोरेगांव में रहती हैं. इस जानकारी के बाद वह करीब 40 मिनट में बांद्रा पहुंच गईं. उन्होंने भी सुशांत को काफी आवाज लगाई, फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद 1:15 बजे चाबी वाले को फोन किया गया और बुलाया गया. लॉक नहीं खुला तो चाबी वाले ने लॉक को तोड़ दिया और जब अंदर यह लोग दाखिल हुए तो सुशांत का शरीर एक हरे रंग के कुर्ते से लटक रहा था. इसके तुरंत बाद चाकू से कुर्ते के एक हिस्से को काटकर सुशांत को नीचे उतारा गया. डॉक्टर को फोन किया गया और पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी.