दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहनें प्रियंका सिंह और मीतू सिंह ने बॉम्बे हाईकोर्ट से प्रार्थना है कि वह उनकी याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई करे. दोनों बहनों को सीबीआई की गिरफ्तारी का डर है. इन दोनों के खिलाफ रिया चक्रवर्ती ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. प्रियंका और मीतू की याचिका पर चार नवंबर को सुनवाई होनी है. न्यायाधीश एसएस शिंदे और एमएस कर्णीखास की संयुक्त खंडपीठ इस याचिका पर सुनवाई करेगी.


प्रियंका सिंह और मीतू सिंह ने याचिका में रिया चक्रवर्ती की एफआईर को भी खारिज करने की मांग की है. रिया ने आरोप लगाया है कि प्रियंका और उनके परिचित दिल्ली के एक डॉक्टर ने बिना किसी परामर्श के गैर कानूनी तरीके से सुशांत के लिए साइकोट्रोपिक दवाइयां प्रीस्क्राइब की. उनकी बहन द्वारा दवाई के खाने के दवाब बनाने के एक हफ्ते बाद सुशांत की मौत हुई थी और उनकी बहन इसकी गवाह है कि उन्होंने ये दवाई खाने से पहले किसी भी डॉक्टर से कंसल्ट नहीं किया था.

याचिका में किया ये दावा


दायर की गई याचिका में सुशांत की बहनों के वकील माधव थोराट ने दावा किया है कि ये दवाएं प्रतिबंधित नहीं है और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा 11 अप्रैल को जारी की गाइडलाइन में टेली मेडिशिन के बारे में कहा गया है,"पहली बार के परामर्श के बाद भी एक मरीज को मेडिसिन देने की अनुमति है."


बहनों की याचिका पर दायर किया प्रतिक्रिया एफिडेबिट


रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने सुशांत की बहनों की दायर याचिका पर प्रतिक्रिया दायर की है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिया ने एफिडेविट में लिखा है,"सुशांत मुंबई में रहते थे और दिल्ली में नहीं. यह बहुत ही हैरान करने वाला है कि डॉ. तरुण कुमार एक कार्डियोलॉजिस्ट होते हुए एक मरीज के लिए साइकोट्रोपिक सबस्टांसेज लिखे जिसे वे मिले भी नहीं. सुशांत और डॉक्टर के बीच कोई टेलीकॉन्फ्रेंस भी नहीं हुआ है. "


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