Swara Bhaskar Questioned about EVM: बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को अणुशक्ति नगर से करारी हार मिली है. अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से उन्हें सना मलिक ने हरा दिया है. फहाद एनसीपी (शरद पवार) से विधानसभा चुनाव लड़े हैं.


स्वरा भास्कर ने ईवीएम पर क्या बोला?


इसके बाद उनकी पत्नी स्वरा भास्कर ने ईवीएम मशीन पर सवाल उठाते हुए अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है, ''पूरा दिन वोट होने के बावजूद EVM मशीन 99% कैसे चार्ज हो सकती है ? इलेक्शन कमीशन जवाब दे.. अणुशक्ति नगर विधानसभा में जैसे ही 99% चार्ज मशीने खुली उसके बीजेपी समर्थित एनसीपी को वोट मिलने लगे आखिर कैसे ?''






स्वरा ने पूछा- कैसे अचानक से पीछे हुए फहाद अहमद


इसके बाद स्वरा ने इसी पोस्ट पर रिपोस्ट करते हुए फिर से लिखा, ''अणुशक्ति नगर विधानसभा में लगातार बढ़त के बाद फहाद अहमद अचानक 99% बैटरी चार्जर ईवीएम खुल जाती है और समर्थित एनसीपी-अजित पवार का उम्मीदवार बढ़त बना लेता है.''


स्वरा ने इसी पोस्ट पर आगे सवाल उठाया- पूरे दिन वोटिंग वाली मशीनों में  99% बैटरी कैसे चार्ज हो सकती है?  99% चार्ज वाली सभी बैटरी आखिर बीजेपी और उसके सहयोगियों के पक्ष में वोट क्यों दिखाती हैं.


 






स्वरा के पति फहाद अहमद ने वीडियो के जरिए उठाए सवाल


सिर्फ स्वरा भास्कर ही नहीं उनके पति ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए हैं. उनके एक्स हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं कि जिन ईवीएम से चुनाव कराया गया उनकी बैटरी 99% कैसे हो सकती है. वो बस यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे ये भी कहा कि जैसे ही 99 प्रतिशत चार्जिंग वाली ईवीएम खुल रही थीं, उनकी अपोनेंट सना मलिक उनसे आगे हो जाती हैं.






स्वरा के पोस्ट पर यूजर्स ऐसे कर रहे रिएक्ट


स्वरा भास्कर के पोस्ट पर कई यूजर्स ने कमेंट किया है. एक यूजर ने लिखा, ''Awww इसी पल का इंतजार था, EVM पर दोष और RR शुरू! अंगूर खट्टे हैं!!'' तो वहीं दूसरे यूजर ने लिखा है, ''हारने पर EVM-EVM का रोना लेकर बैठना...''. वहीं कुछ यूजर्स ने सिर्फ हंसने वाली इमोजी का इस्तेमाल किया है.




ईवीएम की बैटरी पर चुनाव आयोग पहले ही दे चुकी है ये जवाब


बता दें कि 8 अक्तूबर को हरियाणा चुनाव के रिजल्ट घोषित होने के बाद बीजेपी सत्ता में लौटी, तो कांग्रेस ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे. कांग्रेस का कहना था कि उनके उम्मीदवार उन सीटों पर हार गए जहां ईवीएम  बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी. 


इसके जवाब में चुनाव आयोग ने क्लियर किया था कि ईवीएम की बैटरी कैलकुलेटर की तरह होती है और उससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. तब चुनाव आयोग की तरफ से ये भी बताया गया था कि ईवीएम की प्रथम-स्तरीय जांच वोटिंग से 5-6 महीने पहले शुरू हो जाती है. वोटिंग से 5-6 दिन पहले ईवीएम चालू की जाती है.उस दिन एक नई बैटरी डाली जाती है."


साथ ही ये भी बताया था कि ईवीएम की डिस्प्ले यूनिट तब तक "99%" चार्ज दिखाती है जब तक बैटरी की विद्युत क्षमता 7.4 वोल्ट और 8 वोल्ट के बीच होती है.''


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