सोना महापात्रा, श्वेता पंडिता और दो अन्य उभरती गायिकाओं ने अक्टूबर में सोनू निगम के लंबे समय से मित्र रहे अनु मलिक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था जब मीटू आंदोलन तेजी पकड़ रहा था.
अनु मलिक पर ‘सीरियल शिकारी’ का आरोप लगा चुकीं सोना महापात्रा ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘मैंने हमेशा ही सोनू निगम को उनके ज्यादातर साथियों में उनकी कला में उत्कृष्ट, तेज, मेधावी, पाया और हां दयालु भी पाया. (लेकिन) उन्हें ऐसा कहते हुए सुनकर तथा पक्षपात के लिए उनके द्वारा नकारात्मक पक्ष को चुने जाने पर बड़ी निराश महसूस कर रही हूं. मैं आशा कर रही हूं कि वह अहसास करेंगे कि यह कितना निराशाजनक है.’’
उन्होंने लिखा, ‘‘लखपति के काम छूट जाने पर इतनी सहानुभूति. उनके अधिकार संपन्न परिवार के ‘उत्पीड़न’ पर ऐसी समानुभूति. (लेकिन) उन्होंने जिन लड़कियों और महिलाओं का उत्पीड़न किया, उनके बारे में क्या. इतनी सारी गवाही क्या पर्याप्त सबूत नहीं है? मी टू: सोनू निगम अनु मलिक का समर्थन करते हैं : सबूत कहां है. ’’
अनु मलिक ने बार बार इन आरोपों से इनकार किया है. उनके वकील ने कहा था कि मीटू आंदोलन उनके मुवक्किल का चरित्र हनन के लिए किया जा रहा है. इन आरोपों के बाद अनु मलिक टीवी शो ‘इंडियन आइडल’ के जूरी सदस्य के पद से हट गये थे. वर्ष 2004 से ही वह इसका हिस्सा थे.
सोना महापात्रा ने निगम के इस कथन पर भी टिप्पणी की कि अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, हां संभवत 100 से अधिक महिलाएं और पुरुष हो सकते हैं जो मलिक के गालीगलौज वाली भाषा की पुष्टि कर सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सोनू निगम उम्मीद करते हैं कि सभी महिलाएं और कम वय की लड़कियां रिकार्डिंग उपकरण, जासूसी कैमरे , अन्य सबूत एकत्रीकरण उपकरण ले जाएं कयोंकि उन्हें उनको बदनाम कर लाभ मिलने वाला है.’’ सोनू निगम पाकिस्तान संबंधी बयान पर भी आलोचना से घिर गये हैं. उन्होंने कथित रुप से कहा था कि यदि मैं पाकिस्तान से होता तो अच्छा होता.