उत्तर प्रदेश के कानपुर पुलिस हत्याकांड में मोस्ट वॉन्टेड रहे विकास दुबे को शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में मार दिया गया है. अब नाटकीय तौर पर किए गए एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. अब बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू ने एक ट्वीट कर इस पूरे घटनाक्रम पर तंज कसा है.


तापसी पन्नू ने लिखा, ''वाह! ये उम्मीद तो बिल्कुल नहीं थी!! और फिर लोग कहते हैं कि बॉलीवुड की कहानियां सच्चाई से बेहद दूर होती हैं.'' तापसी पन्नू के इस ट्वीट पर फैंस के भी लगातार रिएक्शन सामने आ रहे हैं. जहां कुछ फैंस तापसी के ट्वीट के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसके विरोध में खड़े नजर आ रहे हैं.






ऐसे मारा गया विकास दुबे


एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से उसे आज सुबह ही कानपुर लेकर आई थी. कानपुर आते ही पुलिस की गाड़ी रास्ते में पलट गई. इसी दौरान विकास दुबे ने पुलिस के एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. विकास दुबे और पुलिस के बीच गोलियां चली. इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.


कौन था विकास दुबे 


हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे साल 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी था. साल 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कलेज के सहायक प्रबंधक सिद्घेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था. कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही साल 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप था.


साल 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी था. 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चौयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त बीजेपी नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था. कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया था.