मध्य प्रदेश में फिल्म 'थप्पड़' को कर मुक्त कर दिया गया है. यह फिल्म 28 फरवरी को रिलीज होने वाली है. राज्य के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने फिल्म को कर मुक्त करने का ऐलान करते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, "मध्य प्रदेश में 28 फरवरी से रिलीज होने वाली हिंदी फिल्म 'थप्पड़', जिसकी पटकथा एक सामाजिक संदेश पर आधारित है, को राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) की छूट प्रदान की जाती है."
फिल्म की पटकथा का उल्लेख करते हुए कमल नाथ ने कहा, "लिंग भेदभाव, हिंसा पर आधारित इस फिल्म की पटकथा में एक महिला के बदलाव, बराबरी के हक व आत्म-सम्मान के लिये किए संघर्ष को प्रमुखता से दिखाया गया है."
निर्देशक अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी 'थप्पड़' एक महिला-केंद्रित फिल्म है. घरेलू हिंसा की शुरुआत कैसे होती है, इसे फिल्म में बखूबी दिखाया गया है. यह फिल्म लिंग भेदभाव हिंसा के खिलाफ है. इस फिल्म में तापसी पन्नू और पावेल गुलाटी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
फिल्म 'थप्पड़' में घरेलू हिंसा जैसे गंभीर मुद्दे को दिखाया गया है, जिसके आधार पर तलाक और ऐसी ही कई घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है. सीधे शब्दों में कहें तो इसमें भले ही बस एक थप्पड़ है, लेकिन है तो घरेलू हिंसा ही. इस फिल्म के सब्जेक्ट को लेकर कबीर सिंह भी तुलना की जा रही थी. इस पर तापसी का रिएक्शन भी सामने आया था.
तापसी ने कहा, "ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि हमने 'कबीर सिह' को दिमाग में रखकर यह फिल्म बनाई है. मुझे बहुत दुख होता है, जब मैं लोगों को यह कहते सुनती हूं कि 'हमने एक दूसरी फिल्म को जवाब देने के लिए यह फिल्म बनाई है.' 'कबीर सिह' के रिलीज होने से पहले फिल्म की कहानी लिखी जा चुकी थी. मेरे ख्याल से थप्पड़ बस एक ट्रिगर है, लेकिन फिल्म में हमने रिलेशनशिप को लेकर कई सारी चीजें दिखाई गई हैं."