Tanushree Dutta: साल 2018 में मी टू मूवमेंट ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया था. उस दौरान बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने दूसरी बार नाना पाटेकर पर उनकी फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ के सेट पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था और हंगामा खड़ा कर दिया था. वहीं इस साल मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद से काफी हलचल मची हुई है.
कई एक्ट्रेसेस ने अपने साथ हुए यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा किया है. जिसके बाद कई मलयालम डायरेक्टर्स और एक्टर्स के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज की गई है. वहीं कुछ लोगों को लगता है की मीटू मूवमेंट का फिल्म इंडस्ट्री पर पॉजिटिव असर होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. कई एक्ट्रेसेस को तो मीटू मूवमेंट पर बोलने के बाद काम तक मिलना बंद हो गया. तनुश्री दत्ता ने खुद इस बात का खुलासा किया कि वे 6 साल से खाली बैठी हैं.
तनुश्री दत्ता को मीटू आरोपी ने ऑफर की थी फिल्म
दरअसल न्यूज 18 शोशो को दिए एक इंटरव्यू में तनुश्री ने खुलासा किया कि उनसे मीटू के दो आरोपियों ने अपनी फिल्मों में काम करने के लिए कॉन्टेक्च लेकिन उन्होंने उन्हें मना कर दिया क्योंकि वह गलत मिसाल कायम नहीं करना चाहती थीं. एक्ट्रेस ने कहा, “जरूरत इस बात की है कि हर एक अभिनेता किसी उद्देश्य के लिए थोड़ा त्याग करने को तैयार हो. दिसंबर 2018 में मुझे एक बहुत बड़े निर्माता ने एक फिल्म का ऑफर दिया. उन्होंने कुछ सबसे बड़ी फिल्में बनाई हैं. लेकिन उनका निर्देशक #MeToo आरोपी था और मैंने तुरंत इस मौके को रिजेक्ट कर दिया. इस सौदे में कौन हार रहा है? मैं.
6 साल से खाली बैठी हैं तनुश्री दत्ता
वह आगे कहती हैं कि, ''मैंने लंबे समय से फिल्म में काम नहीं किया है.''तनुश्री ने आगे कहा, ''मैं सिर्फ अपीयरेंस और ब्रांड इवेंट में काम कर रही हूं. मैं वुमन एम्पावरमेंट पर बेस्ड फिल्मों में लीड रोल निभाना चाहती हूं. लेकिन चूंकि उनका नाम मीटू के दौरान आया था, इसलिए मैं वह ऑफर नहीं लेना चाहती थी. कुछ साल बाद ऐसा वाकया दोबारा हुआ. बीच में, मैंने कुछ अच्छे प्रोजेक्ट्स साइन किए थे लेकिन मुझे बहुत बुरी तरह से निशाना बनाया गया और मेरे प्रोजेक्ट्स को नुकसान पहुंचाया गया.'
साल 2023 में भी मीटू आरोपी ने तनुश्री को ऑफर की थी फिल्म
एक अन्य घटना में, पिछले साल भी तनुश्री को कोलकाता के एक निर्देशक ने एक फिल्म ऑफर की थी लेकिन एक्ट्रेस ने उसे भी इसी बहाने से ठुकरा दिया. एक्ट्रेस ने कहा, “मुझे कहानी पसंद आई और भूमिका शानदार थी. मैंने सोचा कि यह मेरे लिए बंगाली फिल्म के साथ अपने एक्टिंग करियर को फिर से शुरू करने का एक शानदार मौका है. एक हफ्ते बाद मुझे पता चला कि उनका नाम भी #MeToo के दौरान सामने आया था. नरेशन हो चुकी थी और मैंने कुछ शर्तें भी रखी थीं, जिन पर उन्होंने सहमति जताई थीय मैं खुश थी कि कोई मेरे किरदार को और ज्यादा प्रॉमिनेंट बनाने के लिए स्क्रिप्ट पर लगन से काम कर रहा था.''
तनुश्री के मुताबिक ये फिल्म मेकर के लिए यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के बाद अपनी इमेज व्हाइटवॉश करने का एक मौका था. एक्ट्रेस ने कहा, “वह मेरे पास क्यों आया? उन्होंने सोचा कि मीटू को काफी टाइम हो गया है और अगर वह मुझे अपनी फिल्म में लेंगे तो ऐसा लगेगा कि मैं उनका साथ दे रही हूं. वह मेरे जरिए अपनी छवि बदलना चाहते थे.' हो सकता है, उन्होंने यह भी सोचा हो कि चूंकि बंगाल में उनके साथ कोई काम नहीं कर रहा है, इसलिए वह एक बॉलीवुड अभिनेत्री के साथ काम करेंगे और अपने लिए एक बड़ी पहचान बनाएंगे.''
तनुश्री ने फिल्म को कर दिया था मना
तनुश्री आगे कहती हैं, 'उनके खिलाफ कोई केस नहीं था लेकिन पूरी इंडस्ट्री ने उस महिला पर विश्वास कर लिया था. चूंकि बंगाल एक खुले विचारों वाला समाज है, इसलिए यह समझ में आता है कि उन्होंने उन पर विश्वास क्यों किया और उनका सपोर्ट क्यों किया.और अगर मैंने वह फिल्म की, तो ऐसा लगेगा कि #MeToo की लीडर अब एक आरोपी का समर्थन कर रही हैं. मैंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया. इसमें एक एजेंसी शामिल थी. मैंने उनसे कहा कि मैं फिल्म को जाने देना चाहती हूं. मैंने इस मामले पर राय जानने के लिए अपने पिता से भी सलाह ली और उन्होंने मुझसे कहा कि किसी ऐसे व्यक्ति के साथ फिल्म करना नैतिक रूप से सही नहीं होगा जो आरोपी है.''
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