नई दिल्ली: जाने-माने निर्देशक और बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट के पापा महेश भट्ट 69 साल की उम्र में अपना एक्टिंग डेब्यू करने जा रहे हैं. महेश भट्ट फिल्म 'द डार्क साइड ऑफ लाइफ : मुंबई सिटी' में नजर आने वाले हैं. हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया.


फिल्म की कहानी मुंबई की जिंदगी पर आधारित है. देश की इकॉनोमिक कैपिटल होने के बाद भी मुंबई में जिंदगी कितनी मुश्किल है. फिल्म में रोजगार से लेकर धर्म और डिप्रेशन तक के मुद्दे को कवर करने की कोशिश की गई है.

फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर फिल्मकार महेश भट्ट ने कहा कि हमारे देश में मानसिक बीमारी के बारे में जागरूकता लाने की कमी है. महेश भट्ट ने सोमवार को सह-कलाकार निखिल रत्नापारखी, अलीशा खान, निर्देशक तारिक खान और निर्माता राजेश परदासानी के साथ 'द डार्क साइड ऑफ लाइफ : मुंबई सिटी' के ट्रेलर लॉन्च पर संवाददाताओं से बातचीत की. फिल्म हमारे समाज में अकेलेपन, सांप्रदायिक सद्भाव और मानसिक स्वास्थ्य जैसे कई संवेदनशील मुद्दों पर है.


समाज में आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बारे में बात करते हुए भट्ट ने कहा, "यह मानसिक बीमारी का एक रूप है और इसका इलाज किया जा सकता है. जब आप मधुमेह से पीड़ित होते हैं, तो आपको इंसुलिन शॉट लेना पड़ता है."

उन्होंने कहा, "इसी तरह जब आप अवसाद की ओर बढ़ते होते हैं तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता होती है, जो मेडिटेशन से आपका इलाज करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे देश में मानसिक बीमारी के बारे में जागरूकता की कमी है. लगभग हर घर में लोग अवसाद से पीड़ित हैं."

एक्टिंग है मुश्किल काम 

फिल्म में काम का अनुभव साझा करते हुए महेश भट्ट ने कहा, "अभिनय मुश्किल काम है. इसमें आपको लाइनें याद रखनी होती हैं. मुझे लगता है कि कैमरे के पीछे रहकर अभिनय के बारे में बताना आसान है, लेकिन कैमरे के सामने मुस्कुराना मुश्किल है."

उन्होंने कहा, "यह एक अलग माध्यम है और मैं खुद को एक अभिनेता कभी नहीं मानूंगा और यदि दर्शकों को फिल्म में मेरी प्रस्तुति पसंद आती है, तो इसका पूरा श्रेय तारिक खान जाता है."