The Death Anniversary Of Ravi Chopra: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (Hindi Film Industry) के दिग्गज फिल्म निर्देशक बी.आ.चोपड़ा (B.R.Chopra) के बेटे रवि चोपड़ा का नाम बॉलीवुड (Bollywood) के बहुत ही शानदार फिल्मकारों (Film Maker) में लिया जाता है. रवि चोपड़ा को इस दुनिया से विदा लिए आज पूरे 8 साल हो गए हैं. रवि चोपड़ा ने आज ही के दिन यानी 12 नवंबर 2014 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. आइए जानते हैं रवि चोपड़ा के बारे में.


विरासत में मिला फिल्मी करियर


रवि चोपड़ा के पिता बी.आर चोपड़ा और चाचा यश चोपड़ा दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री के बहुत ही दिग्गज फिल्मकार माने जाते हैं. इसी बैकग्राउंड के चलते उन्हें अपना करियर विरासत में मिला था. रवि चोपड़ा को फिल्मों की बारीकियां सीखने में बहुत ज्यादा वक्त नहीं लगा.


इन फिल्मों के लिए है मशहूर


रवि चोपड़ा ने हिंदी फिल्मी दुनिया को कई शानदार फिल्मों का तोहफा दिया. उनकी बनाई फिल्मों में 'द बर्निंग ट्रेन (The Burning Train)', 'बागबान (Baghban)', 'मजदूर (Mazdoor)', 'दहलीज (Dahleez)' और 'बाबुल (Baabul)' जैसी फिल्में आज भी बहुत मशहूर हैं. इन फिल्मों का डाएरेक्शन करने के साथ वो 'भूतनाथ' और 'भूतनाथ' रिटर्न जैसी फिल्मों का निर्माण भी कर चुके हैं.


धार्मिक शोज के लिए हुए मशहूर


अपनी फिल्मों के साथ रवि चोपड़ा ने कई धार्मिक शोज के लिए भी जाने जाते हैं. रवि चोपड़ा ने 'महाभारत (Mahabharat)', 'रामायण (Ramayan)' और 'विष्णु पुराण (Vishnu Puran)' जैसे धारावाहिक भी बनाए थे. इसमें 'महाभारत' को सबसे ज्यादा शोहरत हासिल है.


कैंसर से हुई मौत


आपको बता दें रवि चोपड़ा (Ravi Chopra) ने लंग्स कैंसर (Cancer) जैसी घातक बिमारी के चलते इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने इस रोग से काफी सालों तक जंग लड़ी लेकिन अंत में वो हार गए. अब वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने शानदार काम की बदौलत आज भी उन्हें याद किया जाता है.


Money Laundering Case: देश छोड़कर भागने के आरोपों पर कोर्ट में क्या बोलीं जैकलीन, पढ़ें 10 Points