The First Lady of Indian Cinema: आज के दौर में 'किसिंग सीन' देखना बहुत आम बात हो गई है. यही चीज जब 90's की फिल्मों में दिखाया जाता था तब घर के बड़े चैनल बदल देते थे या फिर टॉपिक घुमाने के लिए इधर-उधर की बातें करने लगते थे. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि आज की तरह लोग उस समय ज्यादा ओपेन नहीं थे. अब जरा सोचिए 1933 में आई एक फिल्म में पहला किसिंग सीन दिखाया गया था तो उसे देखने वालों का हाल कैसा होगा?


जी हां, साल 1933 में आई फिल्म कर्मा में भारतीय सिनेमा का पहला किसिंग सीन दिखाया गया था. ये किसिंग सीन किन सितारों पर फिल्माया गया था? चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं, साथ ही भारतीय सिनेमा की 'फर्स्ट लेडी' कौन थीं इनके बारे में भी चर्चा करते हैं.


भारतीय सिनेमा का पहला 'किसिंग सीन' किसने दिया था?


हिंदी सिनेमा का पहला ऐसा प्रोडक्शन हाउस जिसने भारतीय सिनेमा को पहली 1 करोड़ की फिल्म दी थी. इस प्रोडक्शन हाउस का नाम 'बॉम्बे टॉकीज' है और इसे साल 1933 में स्थापित किया गया था. 'बॉम्बे टॉकिज' के फाउंडर हिमांशु रॉय और उनकी पत्नी देविका रानी थीं. इस प्रोडक्शन की पहली फिल्म कर्मा (1933) थी और इसी फिल्म से देविका रानी ने बतौर अभिनेत्री डेब्यू किया था.




इस फिल्म में देविका रानी के अपोजिट हिमांशु रॉय ही थे जो उनके रियल लाइफ हसबैंड भी थे. भारतीय सिनेमा का पहला किसिंग सीन फिल्म कर्मा में देविका रानी और हिमांशु रॉय के बीच फिल्माया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस दौर में जब ये फिल्म थिएटर्स में आई तो बवाल मच गया था. इसका रिजल्ट ये था कि फिल्म फ्लॉप हो गई.


हिंदी सिनेमा का पहला और सबसे लंबा 'किसिंग सीन'?


साल 1933 में आई फिल्म कर्मा में देविका रानी और हिमांशु रॉय लीड स्टार्स थे. इस फिल्म में भारतीय सिनेमा का पहला और सबसे लंबा किसिंग सीन फिल्माया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, देविका और हिमांशु ने पूरे 4 मिनट तक लिपलॉक किया था. भले ही ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली थी लेकिन इंडियन सिनेमा में इस फिल्म ने इतिहास रच दिया था.


इंडियन सिनेमा की 'फर्स्ट लेडी' कौन थीं?


'बॉम्बे टॉकीज' की बैक टू बैक दो फिल्में फ्लॉप हो गईं. साल 1936 में फिल्म 'अछूत कन्या' आई जिसमें अशोक कुमार और देविका रानी मुख्य किरदारों में नजर आए. इस फिल्म में देविका रानी ने एक दलित लड़की का रोल प्ले किया था और इसमें उन्होंने एक गाना भी गाया.


बॉम्बे टॉकीज की पहली सुपरहिट फिल्म अछूत कन्या थी और इसमें देविका रानी के काम को खूब पसंद किया गया था इसके बाद ही देविका रानी को 'फर्स्ट लेडी ऑफ इंडियन स्क्रीन' और 'ड्रीम गर्ल' की उपाधि दी गई थी. 




कौन थीं देविका रानी?


30 मार्च 1908 को देविका रानी चौधरी का जन्म आंध्र प्रदेश में हुआ था. वो एक बंगाली परिवार को बिलॉन्ग करती थीं और उनके माता-पिता डॉक्टर थे. देविका रानी की शुरुआती पढ़ाई आंध्र प्रदेश और वेस्ट बंगाल में हुई लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए देविका विदेश गईं.


देविका रानी ने साल 1929 में हिमांशु रॉय से शादी की थी लेकिन 1940 में हिमांशु के निधन के बाद साल 1945 में Svetoslav Roerich से शादी की थी. 9 मार्च 1994 को देविका रानी का निधन हो गया था. अपने फिल्मी करियर में देविका रानी ने लगभग 80 फिल्मों में काम किया था.


यह भी पढ़ें: शराब, नशा और डिप्रेशन...हर रात मौत की दुआ मांगता था ये स्टार, दर्दनाक है कहानी