'छपाक' में नहीं बदला गया है एसिड अटैक के दोषी का धर्म!
फिल्म को बॉयकॉट किये जाने की मांग के अलावा सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर अब एक विवाद पैदा कर दिया गया है. लक्ष्मी अग्रवाल पर एसिड अटैक के दोषी नदीम खान का इस फिल्म में नाम बदलकर बशीर खान उर्फ बब्बू रखा गया है.
मुंबई: जेनएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ यूनिवर्सिटी में तमाम आंदोलनकारी छात्रों और विवादों में रहे पूर्व छात्र कन्हैया कुमार के प्रदर्शन में दीपिका पादुकोण की मौजूदगी के बाद से सोशल मीडिया पर फिल्म ''छपाक'' को बॉयकॉट करने के अभियान ने और गति पकड़ ली है. दीपिका इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के साथ-साथ फिल्म की को-प्रोड्यूसर भी हैं. उनकी यह कहकर आलोचना की जा रही है कि उन्होंने कन्हैया कुमार जैसे 'देशद्रोही' के विरोध प्रदर्शन को अपना मूक समर्थन देकर गलत काम किया है.
फिल्म को बॉयकॉट किये जाने की मांग के अलावा सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर अब एक विवाद पैदा कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि फिल्म में मालती अग्रवाल (दीपिका पादुकोण) पर एसिड अटैक के मुख्य आरोपी का नाम राजेश है, जबकि असल में नदीम खान नाम के शख्स ने उन पर एसिड हमले की साजिश रची थी. आरोप है कि फिल्म में जानबूझकर हमलावर का नाम बदलकर उसे हिंदू धर्म से संबंधित शख्स बताया गया है, जबकि दोषी शख्स का संबंध मुस्लिम समुदाय से था.
आरएसएस की विचारधारा से प्रेरित ''स्वराज'' नामक मैगजीन में सबसे पहले इस तरह की खबर आई थी और फिल्म में किरदार के धर्म परिवर्तन को हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश की तरह पेश किया गया था. देखते ही देखते यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी. लोग फिल्म में हमलावार के धर्म को जानबूझकर बदलने को लेकर तरह-तरह की टिप्पणियां करने लगे और इस तरह से फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग और तेज होने लगी.
लक्ष्मी अग्रवाल पर एसिड अटैक के दोषी नदीम खान का इस फिल्म में नाम बदलकर बशीर खान उर्फ बब्बू रखा गया है और जिस राजेश को लेकर सोशल मीडिया में इस कदर बवाल मचा हुआ है, उसे मालती अग्रवाल का किरदार निभा रही दीपिका पादुकोण का स्कूल फ्रेंड और प्रेमी दिखाया गया है, जिस पर पुलिस मालती पर एसिड अटैक करवाने का शक जाहिर करते हुए उसकी तहकीकात करती है.
उल्लेखनीय है कि सत्य घटनाओं पर आधारित और लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी से प्रेरित ''छपाक'' में सभी किरदारों के नाम बदल दिये गये हैं. लक्ष्मी अग्रवाल का रोल निभाने वाली दीपिका का नाम फिल्म में लक्ष्मी ना रखकर मालती रखा गया है, उनके प्रेमी का नाम आलोक ना होकर अमोल है. ठीक इसी तरह से नदीम खान का नाम बदलकर बशीर खान रखा गया है.
''छपाक'' के ट्रेलर को गौर से देखें तो इसमें एक सीन से पता चलता है कि इसमें पुलिस मालती अग्रवाल के हमलावर के तौर पर राजेश नाम के युवा से हमले को लेकर तहकीकात कर रही है. ऐसे में फिल्म की रिलीज से पहले ही दोषी के नाम और धर्म को बदलने की अफवाह फैलाना कहीं आसान था. इस विवाद के सामने आने के बाद कुछ लोगों ने महज ट्रेलर देखकर सोशल मीडिया पर ''छपाक'' के खिलाफ एक और मुहिम चला दी तो कुछ लोगों ने बिना सोचे-समझे ही इस बात पर यकीन कर लिया.
मेघना गुलजार के साथ फिल्म की संवाद और स्क्रीन प्ले लिखने वाली लेखिका आतिका चौहान ने पहले ही एक ट्वीट के जरिए इस पर सफाई दे दी थी और इसे महज एक अफवाह करार दिया था. लेकिन सोशल मीडिया पर इस खबर को जानबूझकर वायरल कराकर पहले ही निशाने पर आ चुकी ''छपाक'' को एक और एक विवाद में घसीटा गया और इसे फिल्म को बॉयकॉट करने की एक और वजह कर तौर पर पेश किया गया.
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