बीमारी के बाद पहली बार बोले इरफान खान- ज़िंदगी की कोई गारंटी नहीं, जो मेरे बस में है वो मैं करुंगा...
इरफान ने बताया है कि कभी-कभी बीमारी से जुड़े सवालों से वो इतने परेशान हो जाते हैं कि उन्हें लगता है कि गले में चिप बांधकर लोगों से कह दें कि वो कुछ महीने या साल में मरने वाले हैं.
उन्होंने कहा, ''मैं सिर्फ लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि प्रकृति से ज्यादा विश्वसनीय कुछ भी नहीं और हमें उस पर यकीन करना चाहिए. शुरु में ये परेशानी थी कि लोग ये अंदाजा लगाने लगे थे कि मैं इस बीमारी से ठीक हो पाउंगा या नहीं. क्योंकि ये मेरे हाथ में नहीं था. ये प्रकृति के हाथ होना था कि जो वो चाहे, करे. जो मेरे बस में है वो मैं करुंगा. जिस तरीके से प्रकृति आपके लिए जिंदगी को देखने के दरवारजे खोलती है उसके लिए आप शुक्रगुजार महसूस करेंगे. मैं 30 साल मेडिटेशन करके भी वहां नहीं पहुंच पाता लेकिन इस अचानक लगे इस झटके ने मुझे ऐसे प्लेटफॉर्म पर पहुंचा दिया कि मैं अब चीजों को अलग नज़रिए से देखने लगा हूं. इसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं. यह अजीब लगेगा लेकिन दुखी महसूस करने से अच्छा है कि प्रकृति पर यकीन रखें और ये भी विश्वास रखे कि जो भी नतीजा आएगा वो अच्छे के लिए होगा और बेहतर होगा.''
क्या अपने इलाज के दौरान इरफान किसी फिल्म की स्क्रिप्ट पढ रहे हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''नहीं, मैं स्क्रिप्ट नहीं पढ़ रहा. यह ऐसा अनुभव है जिस पर लोग आसानी से विश्वास नहीं करेंगे. मेरा अब कोई प्लान नहीं होता. मैं पहले सोचता था कि ज़िंदगी ऐसी होगी लेकिन अब मैंने सब वक्त पर छोड़ दिया है. मैं ब्रेकफास्ट के लिए जाता हूं और मेरे पास आगे का कोई प्लान नहीं होता. जैसी चीजें आती हैं मैं उन्हें वैसे ही लेता हूं. इसकी वजह से मैं खुद की मदद भी कर पा रहा हूं. अब मैं इस अनुभव का आनंद ले रहा हूं.'' आपको बता दें कि इसी शुक्रवार इरफान की फिल्म कारवां रिलीज होने वाली है. इस फिल्म की शूटिंग इरफान पहले ही कर चुके थे. इस फिल्म का प्रमोशन इरफान खान अपने सोशल मीडिया के जरिए करते रहे हैं. इस फिल्म की शूटिंग और 'ब्लैकमेल' की रिलीज के वक्त मार्च में ही इरफान को कैंसर के बारे में पता चला था जिसे सुनकर उनके फैंस अवाक रह गए थे. अब इरफान कभी-कभी अपनी सेहत की जानकारी भी सोशल मीडिया के जरिए शेयर करते रहते हैं.