नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान इन दिनों लंदन में न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज करा रहे हैं. इरफान अक्सर ही फैंस को अपने बारे में जानकारी सोशल मीडिया के जरिए देते रहते हैं. हाल ही में इरफान खान ने बीमारी के बाद पहला इंटरव्यू एक एजेंसी को दिया है जिसमें उन्होंने अपने अनुभवों को शेयर किया है. इरफान ने बताया है कि कभी-कभी बीमारी से जुड़े सवालों से वो इतने परेशान हो जाते हैं कि उन्हें लगता है कि गले में चिप बांधकर लोगों से कह दें कि वो कुछ महीने या साल में मरने वाले हैं.

अपने इलाज के बारे में उन्होंने बताया, ''कीमो का चौथा साइकिल हो चुका है और अभी 6 बार होना है. उसके बाद स्कैन होगा. तीसरे साइकिल के बाद स्कैन पॉजिटिव था. लेकिन अभी 6 साइकिल के बाद स्कैन से पता चलेगा कि क्या होने वाला है. ज़िंदगी की कोई गारंटी नहीं. मेरा दिमाग हमेशा कहता है कि मैं गले में चिप लटका लूं और कहूं, ''मुझे ये बीमारी है और मैं कुछ ही महीने या फिर साल में मरने वाला हूं...'' या फिर ऐसी बातों को अनसुना कर दूं और ज़िंदगी ने जो दिया है उसे उस तरीके से जिऊं. मुझे जि़ंदगी ने बहुत कुछ दिया है. मैं स्वीकार करता हूं कि मैं आंखों पर पट्टी बांधकर चल रहा था. मैं देख ही नहीं पाया कि मुझे जि़ंदगी ने क्या दिया है.''



इरफान की सेहत को लेकर अलग-अलग तरह की रिपोर्ट्स आती रहती हैं. इरफान ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से कुछ समय पहले अपील की थी कि वो उन पर यकीन ना करें. जब उनसे सवाल किया गया कि वो लोगों को क्या ये बताना चाहेंगे कि वो किस दौर से गुजर रहे हैं? इस पर इरफान ने बताया, ''आपके सामने बहुत सी चुनौतियां ज़िंदगी लाती है. लेकिन मैंने इस तरह सोचना शुरु कर दिया है कि इस स्थिति ने मुझे फिजिकल, इमोशनल और स्प्रिचुअल हर तरीके से जांच परख लिया है. शुरु में मैं घबरा गया था. मुझे पता नहीं था. मैं बहुत ज्यादा कमजोर था. लेकिन धीरे-धीरे चीजों की तरफ देखने का एक दूसरा नजरिया मिला जो कि बहुत पावरफुल है,बहुत ज्यादा प्रोडक्टिव और बहुत हेल्दी भी.''

उन्होंने कहा, ''मैं सिर्फ लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि प्रकृति से ज्यादा विश्वसनीय कुछ भी नहीं और हमें उस पर यकीन करना चाहिए. शुरु में ये परेशानी थी कि लोग ये अंदाजा लगाने लगे थे कि मैं इस बीमारी से ठीक हो पाउंगा या नहीं. क्योंकि ये मेरे हाथ में नहीं था. ये प्रकृति के हाथ होना था कि जो वो चाहे, करे. जो मेरे बस में है वो मैं करुंगा. जिस तरीके से प्रकृति आपके लिए जिंदगी को देखने के दरवारजे खोलती है उसके लिए आप शुक्रगुजार महसूस करेंगे. मैं 30 साल मेडिटेशन करके भी वहां नहीं पहुंच पाता लेकिन इस अचानक लगे इस झटके ने मुझे ऐसे प्लेटफॉर्म पर पहुंचा दिया कि मैं अब चीजों को अलग नज़रिए से देखने लगा हूं. इसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं. यह अजीब लगेगा लेकिन दुखी महसूस करने से अच्छा है कि प्रकृति पर यकीन रखें और ये भी विश्वास रखे कि जो भी नतीजा आएगा वो अच्छे के लिए होगा और बेहतर होगा.''




क्या अपने इलाज के दौरान इरफान किसी फिल्म की स्क्रिप्ट पढ रहे हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''नहीं, मैं स्क्रिप्ट नहीं पढ़ रहा. यह ऐसा अनुभव है जिस पर लोग आसानी से विश्वास नहीं करेंगे. मेरा अब कोई प्लान नहीं होता. मैं पहले सोचता था कि ज़िंदगी ऐसी होगी लेकिन अब मैंने सब वक्त पर छोड़ दिया है. मैं ब्रेकफास्ट के लिए जाता हूं और मेरे पास आगे का कोई प्लान नहीं होता. जैसी चीजें आती हैं मैं उन्हें वैसे  ही लेता हूं. इसकी वजह से मैं खुद की मदद भी कर पा रहा हूं. अब मैं इस अनुभव का आनंद ले रहा हूं.''

आपको बता दें कि इसी शुक्रवार इरफान की फिल्म कारवां रिलीज होने वाली है. इस फिल्म की शूटिंग इरफान पहले ही कर चुके थे. इस फिल्म का प्रमोशन इरफान खान अपने सोशल मीडिया के जरिए करते रहे हैं. इस फिल्म की शूटिंग और 'ब्लैकमेल' की रिलीज के वक्त मार्च में ही इरफान को कैंसर के बारे में पता चला था जिसे सुनकर उनके फैंस अवाक रह गए थे. अब इरफान कभी-कभी अपनी सेहत की जानकारी भी सोशल मीडिया के जरिए शेयर करते रहते हैं.