मुंबई: बॉलीवुड के अभिनेता ऋषि कपूर ने इस बात पर गहरी निराशा जाहिर की है कि अभिनेता बनने की चाह रखने वाले लोग कला की तुलना में जिम जाने को ज्यादा महत्त्व दे रहे हैं. हालांकि उनका कहना है कि वह फिल्म स्कूल में दाखिल होने और सेट पर प्रशिक्षण पाने के पक्ष में हैं क्योंकि उनका मानना है कि एक अभिनेता अपने वरिष्ठों के काम पर ध्यान देकर बेहतर सीख सकता है.

ऋषि ने कहा , “ मैं यह देख रहा हूं कि लोग अभिनेता बनने के लिए कहते हैं कि वह जिम जाना चाहते हैं. जिम क्यों जाना है ? आप एक संस्थान में दाखिला क्यों नहीं लेते जहां वह आपको अभिनय सिखाएंगे ? आपको एक अच्छे निर्देशक के साथ काम करना चाहिए और एक ऐसी फिल्म से जुड़ना चाहिए जिसमें अच्छे - अच्छे कलाकार काम कर रहे हों ताकि आप कलाकार के काम पर गौर करें और चीजों को समझें. ” उन्होंने कहा , “ मुझे समझ नहीं आता कि यह सभी अभिनेता कलाकार बनने के लिए जिम जाने , घुड़सवारी करने या लड़ाई के तरीके सीखने के बारे में ही क्यों सोचते हैं. यह बिलकुल बकवास है. ”

बिग बी के साथ काम करना गर्व की बात

फिल्म '102 नॉट आउट' में अमिताभ के साथ कार्य करने पर अपना अनुभव साझा करते हुए ऋषि ने यहां मीडिया को गुरुवार को बताया, "हम इस फिल्म में 27 साल बाद काम कर रहे हैं लेकिन जब भी हम सेट पर वक्त बिताते तो रिहर्सल करना शुरू कर देते. हमने इन सालों में अपने बीच कभी अंतर महसूस नहीं किया."

उन्होंने कहा, "मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि मैं इनके साथ पिछले 44 सालों से काम कर रहा हूं. हमारी पहली फिल्म 'कभी कभी' 1976 में और आखिरी फिल्म अजूबा (1991) आई थी, जिसमें हमने साथ साथ काम किया था." हमने एक साथ 'नसीब', 'कभी कभी', 'अमर अकबर एंथनी' और 'कुली' जैसी फिल्में दी हैं.  अमिताभ ने जिमित त्रिदेवी समेत '102 नॉट आउट' के अपने सभी सह कलाकारों की तारीफ की है.