मुंबई: अक्षय कुमार की जल्द रिलीज होने वाली फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' का नाम पहले 'संडास एक प्रेम कथा' रखा गया था. इस बात का खुलासा गुरुवार को अक्षय कुमार ने खुद अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान किया है.
फिल्म के इस हटके टाइटल के बारे में सवाल किया जाने पर अक्षय ने बताया कि फिल्म के लेखक सिद्धार्थ और गरिमा ने ही फिल्म के ओरिजनल टाइटल के बारे में सोचा था, लेकिन फिर हमने इसमें चेंज करते हुए टॉयलेट शब्द का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर समझा. अक्षय कुमार ने साथ ही बताया कि चार साल तक इस फिल्म की स्क्रिप्ट कई स्टार्स के पास पहुंची, मगर किसी को भी अच्छी नहीं लगी और किसी ने भी इस फिल्म में काम करने के लिए हां नहीं की. पर जब मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट मिली तो यह मुझे यह काफी पसंद आई और इसके फिल्म के लिए फौरन हां कर दी.
अक्षय ने फिल्म के एक गाने 'हंस मत पगली' में हीरोइन को स्टॉक किए जाने को लेकर उठ रहे सवालों पर कहा कि वो किरदार ही कुछ इस तरह का है. साथ ही अक्षय ने कहा है कि एक व्यक्ति में सारी अच्छाइयां ही तो नहीं दिखाई जा सकती हैं. अनुपम खेर ने अक्षय की बात का बचाव करते हुए कहा है कि एक व्यक्ति में अगर किसी तरह की बुराई नहीं दिखाई जाएगी तो फिर फिल्म में उसमें होने वाले पॉजिटिव बदलावों को नहीं दिखाया जा सकता है.
आपको बता दें कि फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इस विषय पर फिल्म बानने को लेकर अक्षय कुमार को बधाई दी थी. ऐसे में रिलीज से पहले फिल्म पीएम मोदी को दिखाने जाने से जुड़े एक सवाल पर अक्षय ने कहा है कि वो प्रधानमंत्री को फिल्म दिखाना जरूर पसंद करेंगे, मगर वो एक व्यस्त व्यक्ति हैं और उनके पास फिल्म देखने के अलावा भी कई तरह जरूरी काम हैं.
फिल्म को टैक्स फ्री कराने की कोशिशों से जुड़े एक सवाल पर अक्षय ने कहा कि उनकी तरफ से अभी ऐसी कोई कोशिश नहीं हुई है. हालांकि, वो चाहेंगे कि ऐसा हो और लोगों को कम दाम पर फिल्म देखने का मौका मिले.
अक्षय कुमार पर हाल ही में लंदन में भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड के बीच हुए फाइनल मुकाबले के दौरान तिरंगे को गलत तरीके से लहराने का इल्जाम लगा था. इस पर अक्षय ने सफाई देते हुए कहा है कि तिरंगे को फहराने के लिए उसे खोलते वक्त उलटी दिशा से तस्वीर खींची गई थी और इसलिए तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा कि उन्होंने तिरंगे को सही तरीके से नहीं फहराया था. अक्षय ने कहा है, "अगर फिर भी किसी के भावनाएं आहत हुईं हैं तो मैं माफी मांगता हूं."
अक्षय ने इस मौके पर मुम्बई के कई क्लीन-अप मार्शल (बीएमसी से जुड़े सफाई कर्मचारियों) को भी आमंत्रित किया था. अक्षय ने उन्हें मंच पर बुलाकर शहर को साफ रखने की उनकी कोशिशों की काफी सराहना की और इन कोशिशों के दौरान आनेवाली मुश्किलों के बारे में भी उनसे सवाल-जवाब किए.
अक्षय ने स्वच्छता के प्रति आम लोगों के नजरिए में बदलाव की वकालत करते हुए अपनी फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' को इसी बदलाव की एक सराहनीय कोशिश बताया है.