नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब एक बार फिर से अपने बयान को लेकर सवालों के घेरे में आ गए है. इस बार उन्होंने सौंदर्य प्रतियोगिताओं को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर यूजर्स उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं. सीएम का कहना है कि मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में डायना हेडन की जीत फिक्स थी. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व विश्व सुंदरी और बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यही मायने में ऐश्वर्या राय सही मायने में भारतीय महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं.


इंटरनेट पर दिए बयान के ठीक 10 दिन बाद मुख्यमंत्री देब का ये ये बयान फिर से उनके सोशल मीडिया पर ट्रोल होने का कारण बन गया है. मुख्यमंत्री देब अगरतला में हैंडलूम पर आधारित एक वर्कशॉप में गए थे. यहां उन्होंने कहा, "हम महिला को देवी लक्ष्मी, सरस्वती के रूप में देखते हैं. ऐश्वर्या मिस वर्ल्‍ड बनी तो ठीक है. वो सही मायने में भारतीय महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं. लेकिन मैं डायना हेडेन की खूबसूरती नहीं समझ पा रहा हूं."


इसके आगे सीएम देब ने कहा, "कॉस्मेटिक माफिया की नज़र भारत पर है. लगातार पांच साल तक हमने मिस वर्ल्ड या मिस यूनिवर्स खिताब जीते. जिसने भी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जीतकर लौटा. डायना हेडन भी जीत गयीं. क्या आपको लगता है कि उन्हें ये खिताब जीतना चाहिए था?"


बिप्‍लब ने कहा, "पांच साल के बाद क्यों और सुंदरियां भारत से नहीं आईं? जब वे हमारे देश में मार्केट पर कब्जा कर लिए तो यही काम कहीं और कर रहे हैं." सीएम देब के इस बयान के सोशल मीडिया यूजर्स काफी नाखुश लग रहे हैं. इसके लिए वो सीएम देब के बयान की कड़ी आलोचना कर रहे है. साथ ही उनके बयान के खिलाफ ट्वीट करते हुए कई सारे यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.


उनके इस कमेंट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स कुछ ऐसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कविता कृष्णन ने टिप्पणी की कि यह ‘‘मूर्खतापूर्ण, सेक्सिस्ट और सांप्रदायिक टिप्पणी है.’’




















गौरतलब है कि दस दिन पहले ही सीएम देब ने इंटरनेट को लेकर बयान दिया था जो काफी चर्चा में रहा था. उन्होंने 'महाभारत युग में इंटरनेट' होने की बात भी कही थी. सीएम देब ने कहा था कि, 'अगर भारत के पास इंटरनेट की तकनीक नहीं होती तो, महाभारत में संजय धृतराष्ट्र को युद्ध का आंखों-देखा हाल कैसे बयां कर पाता? देश के पास उस वक्त सेटेलाइट मौजूद थी और ये लाखों साल पहले तकनीक के मौजूद होने का प्रमाण है. लोग इसे नकार देते हैं, लेकिन यही सच है.'