मुंबई: प्रियंका चोपड़ा को सिक्किम को उग्रवाद से प्रभावित राज्य कहना भारी पड़ गया है. राज्य सरकार ने उनकी टिप्पणी की निंदा की और साथ ही सोशल मीडिया पर भी वह अपने इस बयान को लेकर निशाने पर आ गई हैं. हालांकि प्रियंका अपने इस बयान को लेकर माफी मांग चुकी हैं.
सिक्किम के पर्यटन सचिव सी जांग्पो ने कहा है कि प्रियंका ने इस संबंध में पर्यटन मंत्री उगेन टी ग्यात्सो को एक ईमेल लिखा है. प्रियंका ने लिखा, ''मैं किसी भी तरह से सिक्किम के लोगों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी. मेरी टिप्पणी को गलत समझा गया.''
अपने पत्र में प्रियंका ने लिखा है, ‘‘मैं जानती हूं कि सिक्किम अनेक शरणार्थियों के लिए अतुलनीय मेजबान देश है और हमारी फिल्म इसे बच्चों के नजरिये से दिखाती है.’’ हालांकि, प्रियंका की इस टिप्पणी पर राज्य सरकार ने और नाखुशी जताई और प्रियंका से इस पूरे मामले में फिर से माफी मांगने को कहा है.
प्रियंका ने हाल ही में सिक्किमी भाषा की अपनी होम प्रोडक्शन फिल्म 'पाहुना' को टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित किया था. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने दावा किया था कि यह सिक्किम से बनने वाली पहली फिल्म है क्योंकि यह बेहद अशांत क्षेत्र है.
इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ''यह एक सिक्किमी फिल्म है. सिक्किम पूर्वोत्तर भारत में एक छोटा सा राज्य है जहां कभी भी कोई फिल्म उद्योग नहीं रहा या कोई ऐसा नहीं रहा जिसने यहां से फिल्म का निर्माण किया हो. यह पहली फिल्म है जो इस क्षेत्र से उभरकर आई है क्योंकि यह क्षेत्र उग्रवाद और चिंताजनक परिस्थितियों के कारण अशांत है. मैं इस फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हूं.''
यह इंटरव्यू सामने आते ही प्रियंका कई ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आ गईं और उन्हें राजनीतिक तौर पर अशिक्षित भी कहा गया. असम के एक पटकथा लेखक बिश्वातोष सिन्हा ने पोस्ट किया, “प्यारी प्रियंका चोपड़ा, सिक्किम एक शांत जगह है और #पाहुना इस क्षेत्र से पहली फिल्म नहीं है. कृपया पूर्वोत्तर के बारे में सही तथ्य जान लें.”