नई दिल्ली: आज गब्बर सिंह यानि अमजद खान का जन्मदिन है. अमजद खान की अदाकारी को आज भी सिने प्रेमी याद करते हैं. अमजद खान का जन्म आज के दिन पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. अमजद के पिता जयंत भी एक सफल अभिनेता थे. जो पश्तो फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम थे.


अमजद खान जब महज 11 साल के थे, तब उन्होंने 1951 में फिल्म नाज़नीन में एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया. अमजद ने अपने पिता जयंत के साथ कई फिल्मों में छोटी छोटी भूमिकाएं निभाईं.


जब शोले फिल्म की जब अमजद की उम्र 35 साल की थी. गब्बर सिंह की भूमिका के लिए अमजद खान बड़ी मेहनत की थी. तरुण कुमार भादुरी जो जया भादुरी के पिता थे उन्होंने एक किताब अभिशप्त चंबल को कई बार पढ़ा.


यह किताब चंबल के डाकू पर आधारित थी. इस किताब को पढ़कर उन्हें अभिनय करने में आसानी हुई और ऐसा अभिनय किया जो आज भी लोगों के दिमाग में तरोताजा है. शोले के गब्बर ने अमजद को हिंदी सिनेमा में अमर बना दिया.


बहुत कम लोग जानते हैं कि अमजद खान शोले फिल्म के सहायक निर्देशक भी थे. शोले की सफलता के बाद अमजद ने कई और फिल्मों में विलेन का रोल किया लेकिन गब्बर जैसी लोकप्रियता नहीं मिल सकी.


अमजद खान ने एक और फिल्म में शानदार अभिनय किया. इस फिल्म का नाम था शतरंज के खिलाडी. जो 1977 में बनी थी. इस फिल्म में वे अवध के नवाब वाजिद अली शाह बने थे. अमजद ने एक अंग्रेजी फिल्म मर्चेंट आइवरी में भी अभिनय किया था.