Uri The Surgical Strike Movie Quick  Review : आज बॉक्स ऑफिस पर फिल्म 'उरी- द सर्जिकल स्ट्राइक ' रिलीज हो चुकी है. फिल्म को लेकर आ रहे पहले रिव्यूज अच्छे आ रहे हैं और दर्शकों को फिल्म पसंद आ रही है. फिल्म एक देशभक्ति फिल्म है जो कि सच्ची घटनाओं पर आधारित है. फिल्म की कहानी सेना के एक ऐसे ऑपरेशन के बारे में बताता है जिसमें जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर अपने जवानों की शहादत का बदला लिया .

फिल्म में विक्की कौशल, मोहित रैना, परेश रावल और यामी गौतम जैसे स्टार्स हैं. फिल्म का निर्देशन आदित्य धार ने किया है. जो इससे पहले कई बेहतरीन फिल्मों के लिए बतौर लेखक काम कर चुके हैं. अगर आप भी इस वीकेंड 'उरी' देखने का मन बना रहे हैं तो हम आपको पांच प्वाइंट्स में इस फिल्म का रिव्यू बता रहे हैं. जिसे पढ़कर आप इसे देखने या न देखने पर विचार कर सकते हैं.

  • फिल्म एक देश भक्ति फिल्म है. हमारे यहां वॉर पर तो कई फिल्में बनी हैं लेकिन सेना के किसी असली मिशन पर बनने वाली फिल्मों ये पहली ही फिल्म है. हालांकि इससे पहले 'द गाजी अटैक' और 'राजी' जैसी कुछ फिल्में हैं लेकिन उन फिल्मों की कहानियां इस मिशन से बिल्कुल अलग थी. इस फिल्म में सेना के एक बेहद खास मिशन की बारीक डिटेल्स को भी पर्दे पर दिखाया गया है. जिसे जानने की इच्छा रखना और उसे 70mm के बड़े पर्दे पर देखना एक अलग ही अनुभव है.

  • फिल्म में इस मिशन की डिटेल्स को बेहद करीब से दिखाया गया है, इतना ही फिल्म में सिर्फ 28 सितंबर 2016 को हुई सर्जिकल स्ट्राइक ही नहीं बल्कि 3 अन्य सेना के बेहद कामयाब ऑपरेशन्स को दिखाया गया है जिसमें गुरदासपुर अटैक भी शामिल है.

  • फिल्म में एक से बढ़कर एक बेहतरीन कलाकार है और कहानी को बेहद बारीकी से लिखा गया है. एक्टर्स को जब तक आप पर्दे पर देखते हैं आपको एक पल के लिए भी ऐसा महसूस नहीं होता कि आप किसी फिल्म के हीरो को देख रहे हैं. बल्कि आपको उस कैरेक्टर में सेना का जवान और उसका जज्बा नजर आता है.

  • फिल्म में एक और खास बात है कि इस फिल्म का रूप देने के लिए क्रिएटिव लिबर्टी के नाम पर कहानी से छेड़छाड़ नहीं की गई है. आप पर्दे पर जवानों की उन चुनौतियों को देखते हैं जिनके बारे में आम आदमी शायद ही कभी जान पाता है या महसूस कर पाता है. फिल्म को देखने के बाद देश के जवानों के प्रति प्रेम और सम्मान यकनीन बढ़ जाएगा.

  • फिल्म में कहीं न कहीं राजनीति भी दिखाई गई है इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को भी खास अंदाज में दिखाया गया है. हालांकि इसे हिस्से को फिल्म में अगर शामिल भी नहीं किया जाता तो भी इसकी कहानी पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि फिल्म सेना के शौर्य की शानदार कहानी को बयां करती है और इस फिल्म को जरूर देखा जाना चाहिए.