URI Film Review: सेना के जज्बे और शहादत को बयां करते नए हिंदोस्तान की कहानी है 'उरी'
Uri The Surgical Strike Movie Review: फिल्म में विकी कौशल और मोहित रैना ने अपनी परफॉर्मेंस से दिल जीत लिया है. निर्देशक आदित्य धार ने कहीं भी फिल्म को ओवर ड्रैमेटिक नहीं दिखाया गया है. अगर आप भी फिल्म देखने का मन बना रहे हैं तो देखने से पहले पढ़ें ये रिव्यू...
स्टारकास्ट - विकी कौशल , यामी गौतम, परेश रावल, मोहित रैना
डायरेक्टर - आदित्य धार
Rating - 4 (****)
हमारे बॉलीवुड में ऐसी फिल्में जरा कम ही बनती हैं जिनमें पर्दे का हीरो नहीं बल्कि देश के असली हीरो यानी हमारी सेना के जवानों की बहादुरी के किस्से दिखाए जाते हैं. फिल्म 'उरी' में हमारी भारतीय सेना के उसी शौर्य की गाथा को दिखाने की कोशिश की गई है. फिल्म 'उरी' भारतीय सेना पर हुए आतंकी हमले और हमारी सेना द्वारा लिए गए इसके बदले की कहानी पर आधारित है. 18 सिंतबर 2016 को जम्मू कश्मीर के बारामूला के उरी सेना कैंप पर हमला हुआ. इस आतंकी हमले को सबसे कायराना आतंकी हमलों में गिना गया क्योंकि ये हमला कैंप में चैन की नींद में सो रहे सेना के जवानों पर हुआ था. भारतीय सेना के 19 जवानों को सोते हुए जिंदा जला दिया गया था. इसी का बदला भारतीय सेना ने 28 और 29 सिंतबर को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए लिया और ये फिल्म सेना के इसी मिशन पर आधारित है.
फिल्म में विकी कौशल और मोहित रैना ने अपनी परफॉर्मेंस से दिल जीत लिया है. निर्देशक आदित्य धार ने कहीं भी फिल्म को ओवर ड्रैमेटिक या यूं कहें कि जबरन किसी को महान या किसी को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की है. फिल्म में अभिनय और निर्देशन दोनों ही लिहाज से बेहतरीन काम किया गया है. फिल्म में एक्टर रजित कपूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किरदार में नजर आ रहे हैं. इसके साथ परेश रावल सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का रोल प्ले करते नज़र आ रहे हैं.
'सर्जिकल स्ट्राइक' की कहानी
फिल्म की कहानी विक्की कौशल और मोहित रैना के एक मिशन से शुरू होती है. जिसमें वो साल 2015 में मणिपुर में सेना के काफिले पर हुए हमले का बदला लेते हुए नजर आते हैं. इस हमले में सेना के कई जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले के बाद सेना की एक खास टीम ने इस हमले का जवाब देते हुए वहां के कई आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया था. इसके बाद साल जनवरी 2016 में हुए गुरदासपुर अटैक को भी फिल्म में जगह दी गई है.
फिल्म की कहानी आर्मी के अफसर विकी कौशल और मोहित रैना के ईर्द-गिर्द धूमती है. ये दोनों ही भारतीय सेना के जवान हैं जो खास तरह से ट्रेंड हैं और खास मिशन्स को अंजाम देते हैं. विकी कौशल एक ऐसे जवान हैं जो प्लानिंग में माहिर हैं उनके अब तक के ऑपरेशन्स में से कोई भी ऑपरेशन विफल नहीं रहा है. लेकिन अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वो सीमा (बॉर्डर) छोड़कर दिल्ली में अपनी पोस्टिंग ले लेते हैं. लेकिन इसी बीच उरी में एक बड़ा आतंकी हमला होता है जिसमें सेना के 19 जवान शहीद हो जाते हैं और इसमें शामिल थे विकी कौशल के दोस्त और जीजा मोहित रैना. यहां से शुरू होता है जवानों के दिल में आतंकियों से अपने जवानों की मौत का बदला लेने की इच्छा का सिलसिला.
उरी में हुए हमले से दिल्ली में बैठी सत्ता भी हिल जाती है और सरकार आतंक पर रोक लगाने के लिए कुछ करना चाहती है. इसी बीच देश के सुरक्षा सलाहकार देश के पीएम को सर्जिकल स्ट्राइक का सुझाव देते हैं जिसे मान लिया जाता है. इसके लिए पीएम की ओर जो मंजूरी दी गई है उसमें खासतौर पर ये निर्देश दिए गए हैं कि इस ऑपरेशन से जुड़ी हर अपडेट उन्हें दी जाए. साथ ही ऑपरेशन की तैयारी इस प्रकार से की जाए कि इसमें सेना का एक भी जवान शहीद न हो. इसके बाद विकी कौशल एक रणनीति बनाते हैं और इस मिशन के लिए एक खास टीम तैयार करते हैं. इसके बाद से शुरू होता है सबसे कठिन सफर 'सर्जिकल स्ट्राइक' . जिसमें विकी कौशल 4 अलग -अलग टीमों के साथ POK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जाते हैं और दुश्मन के घर में घुसकर अपने जवानों की शहादत का बदला लेते हैं. इसमें उनकी मदद करती हैं इंटेलिजेंस ऑफिसर यामी गौतम और वायु सेना की कमांडर कीर्ति कुल्हाड़ी.
एक्टिंग
फिल्म में सभी कलाकारों ने अभिनय शानदार किया है. मेजर के किरदार में नजर आ रहे विकी कौशल और मोहित रैना को देखकर भारतीय सेना के जवानों की ताकत और जज्बे का अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है. साथ ही इंटेलिजेंस ऑफिसर यामी गौतम भी एक शानदार रोल प्ले करती दिख रही हैं. इसके अलावा पीएम मोदी के किरदार में रजित कपूर ने शानदार अभिनय किया है. वहीं, इस सर्जिकल स्ट्राइक के असली मास्टर माइंड अजित डोभाल (भारतीय सुरक्षा सलाहकार) बने परेश रावल ने एक बार फिर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है.
निर्देशन
फिल्म का निर्देशन आदित्य धार ने किया है. इस फिल्म में निर्देशन की एक खास जगह रही है क्योंकि 28 और 29 सिंतबर के बीच भारतीय सेना ने जो सर्जिकल स्ट्राइक की उसके बारे में तो सबको पहले से मालूम है . लेकिन जो ऑडियंस को नहीं मालूम है वो बताना अपने आप में एक बड़ा चैलेंज है. इसके अलावा फिल्म में एक और पहलू निर्देशक के लिए चैलेंज है कि वो सेना के जवान को फिल्मी हीरो की तरह न दिखाते हुए एक असली हीरो की तरह दिखाए. इस काम में आदित्य ने काफी हद तक खुद को साबित किया है.
संगीत
फिल्म में कुल तीन गाने रखे गए हैं और तीनों ही सिचुएशनल सॉन्ग हैं. इसका संगीत शशावत सचदेव ने दिया है जो कि फिल्म में एक नई जान भर देता है. फिल्म का गाना 'छल्ला' जहां देश के जवानों की रगो में देश भक्ति का रंग भरने का काम करता है तो वहीं 'बह चला' गाना देश के जवान की शहादत पर सुनकर आंखें नम हो जाती हैं. इसके अलावा तीसरा गाना 'जिगरा' भी मोटिवेशनल सॉन्ग है.
क्यों देखें
- भारतीय सेना के नौजवानों की कुर्बानी और उनके संघर्ष को करीब से देखना चाहते हैं तो आपको ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए.
- फिल्मी हीरो तो अक्सर बड़े पर्दे पर आपको एक्शन करते नजर आ जाते हैं, लेकिन देश की सेना द्वारा किए गए किसी असल ऑपरेशन को पर्दे पर देखना बेहद शानदार है.
- फिल्म में देश के जवान के जीवन के कई पहलुओं के सच्चाई के बेहद करीब ले जाकर दिखाने की कोशिश की गई है.
- फिल्म में सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ी काफी बारीके डिटेल्स को बेहद उम्दा तरीके से फिल्माया गया है.
क्यों न देखें
अगर आपको सीरियस और सस्पेंस बेस्ड फिल्में नहीं पसंद हैं तो आप इस फिल्म को न देखने का विकल्प चुन सकते हैं.