Utpal Dutt Unknown Facts: साल 1979 के दौरान रिलीज हुई फिल्म गोलमाल में भवानी शंकर का किरदार निभाकर हर किसी को हंसाने वाले उत्पल दत्त आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं. 29 मार्च 1929 के दिन बंगाल के बरिसाल जिले (अब बांग्लादेश का हिस्सा) में जन्मे उत्पल दत्त ने अपने करियर में तमाम ऐसे किरदार निभाए, जो आज भी याद किए जाते हैं. उनकी अदाकारी इतनी दमदार होती थी कि उस जमाने में सरकार उनसे खौफ खाती थी. उत्पल दत्त ने 19 अगस्त 1993 के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. आइए हम आपको उनकी जिंदगी के चंद किस्सों से रूबरू कराते हैं. 


सिनेमा में ऐसे हुई थी एंट्री


उत्पल दत्त की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई शिलॉन्ग में हुई, जिसके बाद उन्हें हायर एजुकेशन के लिए कलकत्ता (अब कोलकाता) भेज दिया गया. कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज में इंग्लिश लिटरेचर की पढ़ाई करने के बाद वह बंगाली और अंग्रेजी थिएटर से जुड़ गए. इसके अलावा उनके फिल्मी सफर की भी शुरुआत हो गई. उन्होंने अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म द ग्रेट गैंबलर और इंकलाब में विलेन का किरदार निभाया. उत्पल दत्त की फिल्मों की बात करें तो लिस्ट में गोलमाल, नरम-गरम, माइकल, मधुसूदन, गुड्डी, रंग बिरंगी और शौकीन आदि मूवीज शामिल हैं.


उत्पल दत्त से खौफजदा रहती थी कांग्रेस सरकार


एक्टिंग के अलावा उत्पल दत्त राजनीति में भी काफी सक्रिय थे. वह अपनी फिल्मों के माध्यम से सरकार पर निशाना साधते रहते थे, जिससे दर्शक तो खुश होते थे, लेकिन सरकार नाराज हो जाती थी. उनके लिखे कई नाटकों पर विवाद भी हुआ. इसके चलते साल 1965 के दौरान उन्हें कई महीनों के लिए जेल भी जाना पड़ा. हालांकि, इसके बाद 1967 में जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. कहा जाता है कि कांग्रेस की हार की वजह उत्पल दत्त की गिरफ्तारी थी.


तीन नाटकों पर लगा था बैन


इमरजेंसी के दौरान सरकार ने उत्पल दत्त के लिखे तीन नाटकों बैरिकेड, सिटी ऑफ नाइटमेयर्स और इंटर द किंग पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस पर भी काफी ज्यादा विवाद हुआ था.


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