Neena Gupta On Vadh: चाहे कॉमेडी हो या किसी सीरियस टॉपिक पर फिल्म, नीना गुप्ता ने अपनी दमदार एक्टिंग से हमेशा ऑडियंस की तारीफ पाई है. उनकी लेटेस्ट रिलीज फिल्म ‘वध’ इसका प्रूफ है. केवल ‘वध’ ही नहीं बल्कि सूरज बड़जात्या की हालिया रिलीज ‘उंचाई’ में भी एक्ट्रेस ने अपनी शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीत लिया है. इन सबके बीच हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान  नीना गुप्ता ने ‘वध’ के बारे में बात की. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि फिल्म के बॉक्स ऑफिस नंबर की उन्हें चिंता क्यों नहीं है.


बॉक्स ऑफिस नंबर के बारे में चिंता करना किया बंद
‘वध’ पिछले शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. यह नीना और संजय मिश्रा के अभिनय से सजी मिडिल क्लास जोड़े की कहानी बताती है, जो अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए भारी कर्ज लेने के बाद फाइनेंशियल प्रॉब्लम का सामना करते हैं.

फिल्म,जहां एक और फैमिली ड्रामा की तरह लगती है तो वहीं फिल्म में समस्याओं की वजह से किया गया मर्डर इसे डार्क बना देती है. फिल्म के वेलकम के बारे में बात करते हुए, नीना गुप्ता ने कहा, “ठीक है, रिस्पॉन्स और रिव्यू अमेजिंग हैं. मेरी बस एक चिंता यह है कि लोगों को सिनेमाघरों में जाना चाहिए. मुझे अभी तक कोई बॉक्स ऑफिस नंबर नहीं मिला है. मैंने आखिरकार इसके बारे में चिंता करना बंद कर दिया है.


क्रिटिसज्म और बेहतरीन परफॉर्मेंस दोनों जरूरी
ये पूछे जाने पर कि उनके लिए सबसे ज्यादा क्या मायने रखता है, आलोचनात्मक प्रशंसा या टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन?इस पर नीना गुप्ता कहती हैं कि वह दोनों चाहती हैं. उन्होंने कहा, “जब दर्शक फिल्म देखेंगे तो अभिनेताओं को फायदा होगा और निर्माता पैसा बनाने में सक्षम होंगे. इस तरह हमें एक जैसी फिल्में और रोल मिल पाएंगे.' सिर्फ आलोचनात्मक समीक्षा से तो पैसे नहीं आएंगे ना. लेकिन, अच्छी समीक्षा एक फिल्म को ऊपर उठाने और लोगों को थिएटर तक लाने में मदद करती है. ”






संजय मिश्रा के साथ काम करना है आसान
नीना गुप्ता और संजय मिश्रा के बीच की केमिस्ट्री एक मीडिल क्लास फैमिली की हकीकत को बयां कर देती है. नीना ने शेयर किया, “संजय जी बहुत आसान इंसान हैं और उनके साथ काम करना भी बहुत आसान है. आप उनकी कला नहीं देखते, वह बहुत अच्छे हैं. जब आपका को-एक्टर इतना अच्छा होता है तो आपका पार्ट और ही बेस्ट हो जाता है. उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा है."


मकान बच्चों के नाम मत करना
एक्ट्रेस ने अपने एक वेलविशर की कहानी भी सुनाई जो अपने ही बच्चों द्वारा सताए गए थे. नीना ने बताया   "यह किसी के साथ हुआ जिसे मैं जानती हूं. मैंने उन्हें सौ बार कहा था 'मरने से पहले मकान नहीं नाम करना बच्चों के नाम पे.' लेकिन, उन्होंने कर दिया. बीमारी के दौरान उन्हें घर से निकाल दिया गया था. लोग सुनते नहीं और भावुक हो जाते हैं. ऐसा बहुत बार होता है क्योंकि आप अपने बच्चे के लिए कुछ भी कर सकते हैं. लेकिन, जरूरी नहीं कि वे आपके साथ भी ऐसा ही कर रहे होंगे.”



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