नई दिल्ली: वैलेंटाइन डे के मौके पर जानिए बॉलीवुड की उस लव स्टोरी के बारे में जिसका कभी ऐलान तो नहीं हुआ लेकिन फिर भी ज़माने भर में ये प्रेम कहानी सुर्खियों में रही. वो प्यार, जो कहने को तो छुपा रहा, लेकिन जिसके बारे में ना जाने कितनी कहानियां हवाओं में तैरती रहीं. ये मोहब्बत का वो सिलसिला है जिसका जादू, गुज़रता वक्त भी कम नहीं कर सका. बॉलीवुड में जब जब मोहब्बत का जिक्र होता है तो एक नाम जहन में सबसे पहले आता है. ये नाम है अमिताभ और रेखा. ये जोड़ी रील लाइफ और रीयल दोनों ही मामलों में सुपरहिट रही. साल 1976 में जब अमिताभ और रेखा ने पहली बार फिल्म 'दो अंजाने' में एक साथ काम किया तो दोनों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि ना तो अब ये एक दूसरे से अंजाने रहेंगे. ये दोनों सितारे एक साथ 'कसमें वादे', 'मुकद्दर का सिकंदर', 'मिस्टर नटवर लाल' और 'सुहाग' जैसी कई फिल्मों में नज़र आए.


रेखा से मुलाकात से तीन साल पहले 1973 में ही अमिताभ की शादी हो चुकी थी लेकिन मोहब्बत भला ये सब कहां सोचती है. दोनों के इश्क के चर्चे खूब हुए. 22 जनवरी 1980 को ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी पर रेखा माथे में सिंदूर लगाकर पहुंची लेकिन ये सिंदूर किसके नाम का था इस बात का खुलासा रेखा ने कभी नहीं किया.



जिस समय अमिताभ और रेखा के अफेयर की खबरें जोरों पर थीं, उस समय इन खबरों से परेशान होकर जया बच्चन ने रेखा को डिनर पर बुलाया. ये बात रेखा ने खुद अपने एक इंटरव्यू में बताई थी जो उन्होंने फिल्म पत्रिका स्टारडस्ट को दिया था. 1977 में फिल्म मैगज़ीन स्टारडस्ट में छपे लेख के मुताबिक रेखा थोड़ी घबराई हुई जया बच्चन के घर डिनर के लिए गईं. वो सोच रहीं थीं कि या तो जया गुस्से में उन पर चीखेंगी, चिल्लाएंगी या फिर प्यार से उन्हे समझाने की कोशिश करेंगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. जया ने बड़े आराम से उन्हे शानदार डिनर करवाया, उनसे अपने बंगले की सजावट की बात की. यानि सारी बातें हुई सिवाय अमिताभ बच्चन के जिक्र के...डिनर के बाद रेखा वापस चली गईं. लेकिन डिनर के बाद जब रेखा वापस जा रही थीं तो जया ने उनसे कहा, 'चाहे कुछ भी हो जाए मैं अमित को कभी नहीं छोड़ूंगी.'


रेखा जहां चीख चीख कर दुनिया को अपने रिश्ते के बारे में बताना चाहती थीं वहीं बच्चन साहब हमेशा कहते रहे कि कोई रिश्ता है ही नहीं. 1984 में फिल्मफेयर मैगज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में रेखा ने अपने रिश्ते का सच दुनिया को बताया.



रेखा जहां चीख चीख कर दुनिया को अपने रिश्ते के बारे में बताना चाहती थीं वहीं बच्चन साहब हमेशा कहते रहे कि कोई रिश्ता है ही नहीं. और इसी दौरान 1980 में आई एक खबर ने धमाका कर दिया. निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ने ऐलान किया कि उनकी अगली फिल्म 'सिलसिला' में लीड रोल्स में होंगे अमिताभ, रेखा और जया बच्चन. मीडिया में खबरें आईं कि इस फिल्म में साथ काम करने के लिए खुद अमिताभ ने रेखा और जया से बात की थी क्योंकि साथ काम करके ये साबित हो सकता था कि रेखा और जया में कोई अनबन है ही नहीं. और इस बात से अमिताभ-रेखा के अफयेर की खबरों पर भी लगाम लग जाएगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. सालों बाद फिल्म 'सिलसिला' के डायरेक्टर यश चोपड़ा ने भी ये बात मानी थी कि अमिताभ और रेखा के बीच कुछ तो था.जिनकी मोहब्बत के किस्से दुनिया पढ़ा करती थी 'सिलसिला' देखकर ऐसा लगा जैसे वो किरदार पर्दे पर अपनी ज़िंदगी जी रहे हैं .


फिल्म 'सिलसिला' में अमिताभ और रेखा एक नहीं हो पाते और रियल लाइफ में भी इस फिल्म के बाद वो कभी साथ नहीं दिखे. 'कुली' की शूटिंग के दौरान हुए हादसे के बाद खबर छपी कि रेखा भी अमिताभ का हालचाल जानने अस्पताल पहुंची थीं लेकिन उन्हे अमिताभ से मिलने नहीं दिया गया. रेखा को इस घटना से बेहद धक्का लगा. एक मैगज़ीन को दिए बयान में उन्होने कहा, 'सोचिए मैं उस शख्स को ये नहीं बता पाई कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं. मैं ये महसूस नहीं कर पाई कि उस शख्स पर क्या बीत रही है. मुझे मौत मंजूर थी पर बेबसी का ये एहसास नहीं. मौत भी इतनी बुरी नहीं होती होगी.



इस बयान से साफ था कि अलग होने के बावजूद रेखा के दिल में अमिताभ के लिए प्यार कम नहीं हुआ था. वहीं अमिताभ ने इसके बाद भी इस रिश्ते की बात को हमेशा नकारा. उनके मुताबिक तो रेखा बस उनकी को-स्टार थीं, इससे ज्यादा कुछ नहीं.

कहने को तो आज अमिताभ और रेखा दोनों अपनी अपनी जिंदगी में मसरूफ हैं . लेकिन अजीब है ना इनकी कहानी?  कोई कहता है ये लव स्टोरी वाकई गहरी थी, तो कोई कहता है ये कभी थी ही नहीं . लेकिन इनके फैन्स ये सवाल जरूर करते हैं कि इतनी मोहब्बत के बावजूद ये दोनों मिल क्यों ना सके . हम तो बस इतना ही कहेंगे- मोहब्बत में नहीं हैं शर्त मिलने या बिछड़ने की....ये इन कमज़र्फ लफ्जों से बहुत आगे की दुनिया है .


यहां देखें- अमिताभ-रेखा की लव स्टोरी