शाहरुख खान और काजोल के फिल्मी करियर में मील का पत्थर साबित हुई दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे देश के 37 शहरों में एक बार फिर दिखाई जा रही है. इस फिल्म को देखने के लिए फैंस भी काफी तादाद में पहुंच रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के सबसे शानदार टॉवल वाले गाने को करने के लिए काजोल कतई तैयार नहीं थीं. तमाम लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे. आखिर में आदित्य चोपड़ा की समझाने पर ही काजोल इस गाने के लिए तैयार हुई थीं.
23 बार रिजेक्ट हुआ था यह बेहतरीन गाना
गौरतलब है कि फिल्म के गाने 'मेरे ख्वाबों में जो आए..' के बोल लीजेंड सॉन्ग राइटर आनंद बख्शी ने लिखे थे. हालांकि, इसके लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. दरअसल, यह गाना आदित्य चोपड़ा ने 23 बार रिजेक्ट किया था. 24वीं बार में गाना फाइनल हुआ, जो सुपर-डुपर हिट रहा.
काजोल को पसंद नहीं था सिमरन का किरदार
फिल्म की जान सिमरन का किरदार भी काजोल को पसंद नहीं था. उनका मानना था कि यह किरदार काफी बोरिंग है. काजोल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि बाद में मुझे सिमरन की खूबियों का अहसास हुआ. मुझे लगा कि लगभग हम सभी के दिल के किसी न किसी कोने में एक सिमरन मौजूद है.
राज नहीं बनना चाहते थे शाहरुख
उधर, शाहरुख खान भी राज का किरदार निभाने के लिए तैयार नहीं थे. उन्होंने तो इसके लिए मना भी कर दिया था. वहीं, खूबसूरत लोकेशंस पर गाना गाने और लड़की के साथ भागने वाले सीन से भी वह खुश नहीं थे. आदित्य चोपड़ा ने किसी तरह उन्हें मनाया था.
इस शख्स ने दिया था फिल्म को नाम
फिल्म के नाम को लेकर भी काफी माथापच्ची हुई थी. करण जौहर और आदित्य चोपड़ा काफी दिमाग खपाने के बाद भी नाम नहीं सोच पा रहे थे. ऐसे में अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर ने फिल्म को यह नाम दिया. किरण ने शशि कपूर की एक फिल्म के गाने ले जाएंगे ले जाएंगे.. से यह टाइटल निकाला था.