Varsha Bhosle Unknown Facts: उनके घर में संगीत के धुरंधरों की भरमार थी. यही वजह रही कि उन्हें संगीत का साथ बचपन से ही मिलता रहा. साथ ही, उन्होंने भी इस विधा में ही अपना करियर बनाया. बात हो रही है दिग्गज सिंगर्स में शुमार आशा भोसले की बेटी वर्षा भोसले की, जिन्होंने 8 अक्टूबर 2012 के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. आज हम आपको वर्षा की जिंदगी के ऐसे किस्सों से रूबरू करा रहे हैं, जो आपने कभी नहीं सुने होंगे.
ऐसे गुजरा था वर्षा का बचपन
वर्षा भोसले की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई मुंबई के पेद्दार रोड स्थित हिल ग्रांज हाई स्कूल में हुई थी. इसके बाद उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से एफ्लिएटेड एलफिंस्टन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में पढ़ाई की थी. पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्षा ने 1997 से 2003 के दौरान वेब पोर्टल रेडिफ के लिए आर्टिकल लिखे. इसके बाद उन्होंने 1994 से 1998 तक द संडे ऑब्जर्वर के लिए काम किया. इसके अलावा उन्होंने जेंटलमैन मैग्जीन और द टाइम्स ऑफ इंडिया में भी काम किया.
मां के साथ गाने गाती थीं वर्षा
बचपन से मिले संगीत के साथ को वर्षा भोसले ने अपने करियर में भी उतारा. वह हिंदी और भोजपुरी गाने गाती थीं. इसके अलावा उन्होंने अपनी मां आशा भोसले के साथ भी परफॉर्म किया. वर्षा की आवाज देव आनंद स्टारर फिल्म लूटमार के गाने हंस तू हरदम में इस्तेमाल की गई थी. यह गाना काफी मशहूर हुआ था. बता दें कि वर्षा भोसले ने स्पोर्ट्स राइटर और पब्लिक रिलेशंस प्रोफेशनल हेमंत केनकरे को अपना हमसफर बनाया. हालांकि, साल 1998 के दौरान उनका तलाक हो गया था.
डिप्रेशन में वर्षा ने कर ली थी आत्महत्या
वर्षा भोसले डिप्रेशन की मरीज थीं. वहीं, करीबी दोस्त गौतम राजदक्ष्य के निधन के बाद उनकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई थी. ऐसे में उन्होंने 9 सितंबर 2008 के दिन प्रतिबंधित दवा की ओवरडोज लेकर जान देने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें बचा लिया गया. इसके बाद 8 अक्टूबर 2012 के दिन उन्होंने लाइसेंस गन से आत्महत्या कर ली.
क्या शोहरत के दबाव में वर्षा ने उठाया खौफनाक कदम?
वर्षा के एक करीबी का कहना था कि वर्षा ने ताउम्र दिक्कतें झेलीं. जब वह छोटी थीं, उस वक्त उनकी मां का तलाक हो गया. इसके बाद आशा भोसले ने दूसरी शादी की. वहीं, वर्षा की शादीशुदा जिंदगी भी काफी अच्छी नहीं रही. कुछ लोग कहते थे कि वर्षा पर हमेशा आशा भोसले की बेटी होने का दबाव रहा. हालांकि, इस पर कभी कुछ सामने नहीं आया. कहा जाता है कि मंगेशकर परिवार की दूसरी पीढ़ी कुछ खास नहीं कर पाई. इस बात को वर्षा ने अपने दिल से लगा लिया था. जानकार बताते हैं कि इसी वजह से वर्षा ने गाना भी छोड़ दिया था. इस बारे में जब उनसे सवाल पूछा गया था, तब उन्होंने कहा था कि अगर आप गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं तो आपको किचन में नहीं जाना चाहिए.