मुंबई: देश में मॉब लिंचिंग और असहिष्णुता को लेकर नये सिरे से छिड़ी बहस और सेलिब्रिटीज़ द्वारा पक्ष और विरोध में लिखे जा रहे खतों के सिलसिले के बीच जाने-माने अभिनेता विक्की कौशल ने अब अपनी राय जाहिर की है.


इस मसले पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में विक्की कौशल ने कहा, "मेरा मानना है कि ओपिनियन रखने से, डिस्कशन करने से, डिबेट होने‌ से समाज का भला ही होता है. और ये अच्छी बात है कि हमें इस बारे में अपने विचार व्यक्त करने का मौका मिल रहा है और विचार व्यक्त करना अच्छी बात भी है और ज़रूरी बात भी है."


विक्की कौशल ने आगे कहा, "आप किसी भी दल‌ में क्यों न हो, अगर आपकी मंशा देश का विकास है, तो वो हमेशा अच्छी चीज होती है. खुशी की बात है कि आज हम एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं कि डिस्कशन्स और डिबेट्स हो रहे हैं, विचार रखने का और उन विचारों पर चर्चा करने का मौका मिल रहा है. ऐसे में ये अच्छी बात है."





विक्की से जब सीधे तौर पर पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि देश में असहिष्णुता का माहौल है, तो उन्होंने इसपर कहा, " देखिए, ये एक बड़ा शब्द है और आप उसको जनरलाइज नहीं कर सकते हो. जरूरी नहीं है कि जो‌ मैंने नहीं देखा, तो वो किसी और ने नहीं देखा और जो मेरे पर नहीं बीती, तो वो किसी और पर नहीं बीती है. ये एक बहुत बड़ा देश है और दूर-दराज के इलाकों में क्या क्या होता है, वो मुझे भी नहीं पता. मैंने अपनी दुनिया में क्या होता है, वो देखता हूं."


'उरी' में अपने अभिनय का जलवा दिखाकर खूब प्रशंसा पानेवाले विक्की ने अपनी बात को और आगे बढ़ाते हुए कहा, "ऐसे में ये सही नहीं होगा कि हम किसी से पूछें कि आपको क्या लगता है और किसी और को क्या लगता है. इस शब्द के बड़े मायने हैं, तो इसे आप हल्के में इस्तेमाल नहीं कर सकते हो कि आपको ऐसा लगता है या नहीं लगता है."





विक्की ने अपनी बात को खत्म करते हुए अंत में कहा, "मुझे लगता है कि मैं देश में तभी बदलाव ला सकता हूं, जब मैं अपने आसपास वो बदलाव लाऊं, जो मैं देखना चाहता हूं. मुझे लगता है कि हम उसपर फोकस करें, उसपर विचार करें तो इसका मतलब होगा कि हम सही दिशा में जा रहे हैं."


उल्लेखनीय है कि विक्की ने ये तमाम बातें मुम्बई में एक हिंदी अखबार द्वारा आयोजित एक अवॉर्ड समारोह में मीडिया से बात करते हुए कहीं. काजोल, अनुष्का शर्मा, तापसी पन्नू जैसी हस्तियों को भी इस अवॉर्ड समारोह में सम्मानित किया गया.