विकास बहल ने अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी को भेजा नोटिस, लगाया बदनाम करने का आरोप
विकास बहल ने आरोप लगाया है कि अनुराग कश्यप और विक्रम उन्हें बदनाम करने का भी आरोप लगाया है. विकास बहल द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है 'न तो आप उस कथित घटना के गवाह हैं और न ही पीड़ित. लेकिन आप फिर भी इसका लाभ उठाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.'
नई दिल्ली: फिल्म निर्देशक विकास बहल पर फैंटम फिल्म्स की पूर्व इंप्लाई ने उन पर यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए हैं. इसके बाद फैंटम में पार्टनर रहे अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी ने उन पर आरोप लगाए हैं. इसी मामले को लेकर अब विकास बहल ने अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी को लीगल नोटिस थमा दिया है.
विकास बहल ने आरोप लगाया है कि अनुराग कश्यर और उन्हें बदनाम करने का भी आरोप लगाया है. विकास बहल द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि न तो आप उस कथित घटना के गवाह हैं और न ही पीड़ित. लेकिन आप फिर भी इसका लाभ उठाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. जो भी आरोप लगाए गए हैं उन्हें अभी कोर्ट में साबित नहीं किया गया है. आप लोगों ने मीडिया के साथ मिलकर मेरे खिलाफ ये निजी विरोध निकाला है. साथ ही बहल ने आरोप लगाया कि अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और मधु मंटेना पहले से ही फैंटम को बंद करने पर विचार कर रहे थे.
उन्होंने कहा ‘यह इरादतन किया गया है कि कथित घटना और कथित पीड़िता के बारे में तीन साल तक चुप रहने के बाद आप अब सामने आये हैं और कथित पीड़िता का समर्थन कर रहे हैं. यहां यह बताना जरूरी होगा कि कथित पीड़िता ने खुद कहा कि आपको अचानक आया नैतिक ज्ञान फर्जी है और इसके पीछे व्यक्तिगत एजेंडा है.’
अनुराग कश्यप ने दिया था ये बयान
विकास बहल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर फिल्ममेकर अनुराग कश्यप का बयान सामने आया था. कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और मधु मंटेना के साथ बहल की साझेदारी वाली कंपनी 'फैंटम फिल्म्स' की एक महिला कर्मी ने बहल पर गोवा की यात्रा के दौरान उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था. सात साल चलने के बाद 'फैंटम फिल्म्स' अब बंद हो गई है.
#MeToo: कामकाजी महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराध से निपटने के लिए है 'विशाखा कश्यप ने रविवार को ट्विटर पर एक लंबे बयान में कहा, "फैंटम के दौरान हम जो भी कर सकते थे, हमने किया. जैसा हमारे सहयोगी और उसके वकीलों ने हमें बताया. न्यायिक और आर्थिक निर्णयों के लिए मैं पूरी तरह अपने साझेदार और उसके दल पर निर्भर था. वे उन चीजों का ख्याल रखते थे जिससे मैं उन कामों पर ध्यान दे सकूं जिनमें मैं बेहतर और रचनात्मक करता. उनके शब्द और उनके दल के शब्द हमारे लिए किसी भी मामले में अंतिम निर्णय हुआ करते थे."