'...तो फिल्म बनाना छोड़ दूंगा', द कश्मीर फाइल्स पर उठे तूफान के बीच विवेक अग्निहोत्री का चैलेंज
The Kashmir Files के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कश्मीर फाइल्स का एक शॉट कोई प्रूफ कर दे कि गलत है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा.
Vivek Agnihotri Reaction On The Kashmir Files Controversy: 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जब इसराइली फिल्ममेकर नादव लापिड ने साल की सबसे पॉपुलर फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर विवादित बयान दिया, तो सोशल मीडिया पर खलबली मच गई. बीती रात से गोवा में आयोजित आईएफएफआई 2022 के समारोह की ही चर्चा हो रही है. इस मंच पर जब नादव लापिड ने 'द कश्मीर फाइल्स' को वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म कहा, तो नादव के इस बयान की खूब आलोचना हुई.
अब हाल ही में कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री का बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि- ''कश्मीर फाइल्स का एक शॉट कोई प्रूफ कर दे कि गलत है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा...''. अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर की गई वीडियो के साथ विवेक अग्निहोत्री ने कैप्शन में लिखा- ''आतंकवाद के समर्थक और नरसंहार से इनकार करने वाले मुझे कभी चुप नहीं करा सकते... जय हिंद.. द कश्मीर फाइल्स #ट्रू स्टोरी...''.
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इसी के साथ विवेक अग्निहोत्री ने शेयर किए गए वीडियो में कहा कि -''दोस्तों गोवा के आईएफएफआई 2022 समारोह में एक ज्यूरी ने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' एक वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म है... मेरे लिए कोई नई बात नहीं है क्योंकि इस तरह की बातें तो सारे आतंकवादी के समर्थक और भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वाले लोग हमेशा से बोलते आए हैं...लेकिन मेरे लिए जो सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात जो है वह है भारत सरकार द्वारा आयोजित, भारत सरकार के मंच पर कश्मीर को भारत से अलग करने वाले टेररिस्ट लोगों के नैरेटिव को सपोर्ट किया गया और इस बात को लेकर भारत में ही रहने वाले कई भारतियों ने उसका इस्तेमाल किया...भारत के खिलाफ. आखिर यह लोग कौन हैं यह वही लोग हैं जो कश्मीर फाइल्स के लिए 4 साल पहले जब मैंने रिसर्च चालू किया था तब से इस फिल्म को प्रोपेगेंडा कह रहे हैं.''
''700 लोगों के पर्सनल इंटरव्यू के बाद यह फिल्म बनी है. क्या वह 700 लोग जिनके मां बाप, भाई बहनों को सरेआम काट दिया गया था, गैंग रेप किया गया, दो टुकड़ों में बांट दिया गया क्या वह सब लोग प्रोपेगेंडा और अश्लील बातें कर रहे थे.''
Shameless statement on The Kashmir Files by someone who comes across as illiterate. Will this Israeli film director Nadav Lapid call Holocaust a propaganda?
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 28, 2022
Will he call Schindler’s List and The Pianist as propaganda films? @netanyahu @NaorGilonpic.twitter.com/yuUF8pl5xs
''जो पूरी तरह से एक हिंदू लैंड हुआ करता था, आज वहां हिंदू नहीं रहते हैं... उस लैंड में आज भी आपकी आंखों के सामने चुन-चुन के हिंदुओं को मारा जाता है, क्या यह प्रोपेगेंडा और अश्लील बात है. दोस्तों यह सवाल बार-बार उठता है कि कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगेंडा फिल्म है. वहां कभी हिंदू का जनोसाइड हुआ ही नहीं है.''
''तो मैं आज विश्व के सारे अर्बन नक्सल्स को चैलेंज करता हूं और उन महान फिल्मेकर जो इसराइल से आए हैं उन्हें भी चैलेंज करता हूं कि 'द कश्मीर फाइल्स' का एक शॉट, एक डायलॉग, एक इवेंट कोई प्रूफ कर दे यह पूरी तरह से सत्य नही हैं तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा... दोस्तों यह लोग हैं कौन जो हमेशा भारत के खिलाफ खड़े रहते हैं''.
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