उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह फिल्म मेरे और अनुष्का के लिए बेहद खास है. मुझे नहीं लगता कि मैं भावनाओं का शब्दों में वर्णन कर सकता हूं. यह गर्व की भावना है कि भारतीय होने के नाते मैं कैसा महसूस करता हूं. हम इसे कभी शब्दों में नहीं बयां कर सकते. देशभक्ति को कभी शब्दों में नहीं कहा जा सकता सिर्फ महसूस किया जा सकता है.’’
उन्होंने कहा कि इस फिल्म की चंदेरी या अन्य स्थानों में शूटिंग करते वक्त हमें गर्व का अनुभव हुआ. इन गांवों में देखा कि लोग कैसे रहते हैं. मैंने महसूस किया कि भारत कितना सुंदर देश है.
वहीं, इस दौरान अनुष्का ने कहा, "जब शरत मेरे पास पटकथा लेकर आए, तो मैं इसे पढ़ने के लिए रोमांचित हो गई. मैंने उनकी पिछली फिल्में देखी थी और उन्हें पसंद किया था. जब मैंने 'सुई धागा' की पटकथा पढ़ी तो मुझे पसंद आई और वह जो कहानी के साथ करना चाह रहे थे, वह बात मुझे अच्छी लगी. मुझे अच्छा लगा कि यशराज फिल्म्स इस फिल्म को बना रहा है, लेकिन फिर भी मैंने पहले फिल्म को ना कह दिया."