Brahmastra: पौराणिक कथाओं से लेकर प्राचीन भारतीय इतिहास में भी युद्ध और उसमें प्रयोग में लाए जाने वाले हथियारों का जिक्र होता रहा है. आमतौर पर इनके लिए सामान्य शब्द अस्त्र और शस्त्र का प्रयोग किया जाता था. लेकिन क्या अस्त्र-शस्त्र एक ही हथियार है या इनमें अंतर है? कौन से हथियार इनके अस्त्र और शस्त्र कहे गए हैं अपने इस आर्टिकल के हम आपको इसकी जानकारी देंगे.
पौराणिक कथाओं में उल्लेख
आपने महाभारत सीरियल तो देखा ही होगा. इसमें बार-बार आपने अस्त्र और शस्त्र शब्द बोलते हुए किरदारों को सुना होगा. पौराणिक कथाओं में अस्त्र और शस्त्र का खास उल्लेख किया गया है. इनमें कहीं आम हथियार जैसे तलवार, गदा और भाला का उल्लेख होता है तो कहीं खास तरह के हथियार जैसे ब्रह्मास्त्र का उल्लेख होता है.
क्या होता अस्त्र-शस्त्र में अंतर
जिन हथियारों को हाथ में पकड़कर दुश्मन पर हमला करने की जरूरत न पड़े उन्हें अस्त्र कहा जाता है. ब्रह्मास्त्र, पाशुपतास्त्र, गरूड़ास्त्र, आग्नेयास्त्र वगैरह अस्त्रों की श्रेणी में आते हैं. इसके अलावा भगवान विष्णु का चक्र और महादेव का त्रिशूल भी अस्त्र के अंतर्गत आता है, जबकि तलवार, गदा, भाला जैसे हाथ में पकड़कर दुश्मन पर वार करने वाले हथियार शस्त्र की श्रेणी में आते हैं.
ऊपर जिक्र किए गए अस्त्रों में ब्रह्मास्त्र सबसे विध्वंसकारी अस्त्र माना गया है. जहां अस्त्रों के निर्माण में आग, पानी, सांप, हवा का उल्लेख किया जाता है, वहीं शस्त्र धातु और लकड़ी के उपयोग से बनाए जाते हैं.
आज के हथियारों से तुलना
आज के समय में विध्वंसकारी मिसाइल, परमाणु बम और इसी तरह के दूसरे विध्वंसकारी हथियारों को हम अस्त्र की श्रेणी में रख सकते हैं. इसके अलावा बंदूक, तलवार जैसे हथियार शस्त्रों के अंतर्गत आते हैं. पौराणिक कथाओं में ब्रह्मास्त्र को सबसे विध्वंसकारी अस्तर माना गया है. कहा जाता था कि इससे मानव जाति का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाता है.
ब्रह्मास्त्र फिल्म से चर्चा में पौराणिक शब्द 'अस्त्र'
अस्त्र शब्द ब्रह्मास्त्र फिल्म आने के बाद से चर्चा में है. हालांकि इस फिल्म में कुछ ऐसे अस्त्रों के बारे में कहानी है जिसके बारे में हमने नहीं सुना. ये डायरेक्टर और लेखक के क्रिएशन हैं. इस फिल्म में ब्रम्हास्त्र, ब्रह्मांश, वानरास्त्र, नंदी अस्त्र और प्रभास्त्र का जिक्र है.