...जब वास्तव में हीरो बन कर उभरे सुपरस्टार ऋतिक रोशन
मुंबई : अभिनेता ऋतिक रोशन ने अपने जीवन में तमाम तकलीफों का सामना किया है. हाल ही में ऋतिक ने अपने ब्रांड एचआरएक्स के प्रमोशन के लिए 'कीप गोइंग' नाम के एक वीडियो की शूटिंग की है. इस वीडियो में उन्होंने लोगों को आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया है. अभिनेता का कहना है कि आज वह जिस मुकाम पर हैं उसका पूरा श्रेय जीवन के सभी तकलीफों और सुजैन खान (पूर्व पत्नी) को जाता है. ऋतिक रोशन के लिए उनका जीवन ही शिक्षक रहा है जिसे अब वे अपने फैंस के साथ खुलकर शेयर करते हैं. अभिनेता का कहना है कि कई मौकों पर वे जीवन में हार मान चुके थे, लेकिन उन्होंने हर बार कुछ नया सीखने की ललक के साथ उस पर जीत हासिल की. ऋतिक ने कहा, "अगर आप इसे अभिनेता ऋतिक रोशन से जोड़ कर देखने की बजाय एक आम शख्स की यात्रा के रूप में देखते हैं, तो मुझे लगता है कि इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. जीवन में आने वाली परेशानियों से खुद को कभी कमजोर नहीं महसूस करें बल्कि उसे एक मकसद के तौर पर लें क्योंकि निश्चित रूप से वह आपको कुछ सिखा कर ही जाएगा.'' ऋतिक को याद है कि कई बार उन्हें तकलीफों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उन्होंने इसका डट कर मुकाबला किया है. ऋतिक के मुताबिक, "मैं 21 साल का था और संभवत: देश के सबसे अच्छे डॉक्टर मेरे सामने बैठे थे जो मुझे बता रहे थे कि मेरे जीन में वे चीजें नहीं हैं जो मुझे एक ऐसे अभिनेता की तरह काम करने देगी जिसकी जरूरत एक हिंदी फिल्म में होती है जैसे कि नृत्य, करतब, ब्रेक डांस आदि." डाक्टर की बात को वह 'बड़े झटके' के रूप में याद करते हैं क्योंकि उन्हें अपने करियर पर फिर से विचार करने की सलाह दी गई थी, जिसे आज वह 'मूर्खता' के तौर पर लेते हैं. उन्होंने कहा कि पर्याप्त जानकारी के साथ खुद पर भरोसा होना चाहिए और खुद को एक व्यक्ति के नजरिए से नहीं देखना चाहिए." जीवन बदल देने वाले दूसरे पल के बारे में ऋतिक कहते है कि 2000 में उनके पिता राकेश रोशन को गोली मार दी गई थी. 43 साल अभिनेता ने कहा, "अस्पताल में अपने पिता को खून से लथपथ देखना दुर्भाग्यपूर्ण था और उस समय एक अभिनेता या डांसर होने जैसी चीज के मायने उनके लिए खत्म हो गए थे." वह कहते हैं कि जीवन में जब आप निराश हो जाते हैं या आपको कोई चीज विचलित करती हैं, तो यह आपको सही कारणों का भी अहसास कराती है कि आपको कुछ क्यों करना चाहिए? दो बच्चों के पिता ने कहा कि हर बार जब आपको सीखने और बढ़ने का मौका मिलता है, तो सकारात्मक रूप से इसे सही तरीके से लेना चाहिए. साथ ही ऋतिक ने बताया कि 'जोधा अकबर' की शूटिंग के दौरान उनके घुटने में लगी चोट से भी उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. मैं 'जोधा अकबर' के क्लाइमेक्स की शूटिंग कर रहा था और अचानक घुटने ने जवाब दे दिया. ऋतिक के घुटने में गठिया पाया गया था, लेकिन उनका कहना है कि उनका विश्वास किसी भी विज्ञान से ज्यादा मजबूत था. 2013 में एक ब्रेन सर्जरी से भी गुजर चुके अभिनेता ने कहा, "यह मेरा विश्वास है कि अगर हम एक मील ज्यादा चल लेंगे तो हर मुसीबत का रास्ता खोज सकते हैं. कभी भी विश्वास करना बंद न करें क्योंकि हर मुसीबत का कोई न कोई हल जरूर होता है." अभिनेता कहते हैं, "ब्रेन सर्जरी का मेरे भविष्य पर फिर से विनाशकारी प्रभाव पड़ा, जैसे कि मैं क्या कर सकता हूं और क्या नहीं लेकिन तब तक मैंने अपने आपको दिमागी रूप से काफी मजबूत बना लिया था. मुझे लगा जैसे मेरे करियर और संभावनाओं में कोई रुकावट नहीं है और अब जब मैं पीछे मुड़ कर देखता हूं और जीवन की सभी कड़ियों को जोड़ता हूं तो मेरे जीवन में यह लग रहा था कि सब कुछ खत्म हो चुका है या ऐसा लग रहा था जैसे मैं जारी नहीं रख सकता, लेकिन यह केवल मुझे संकेत दे रहा था ताकि एक दिन मैं एचआरएक्स ब्रांड का निर्माण कर सकूं." ऋतिक कहते हैं, "मैं अपनी पूरी यात्रा को बहुत ही सकारात्मक रूप से देखता हूं. यहां तक कि मेरा सुजैन से अलग होना, जो भावनात्मक रूप से सबसे अधिक मुश्किल स्थिति थी, मैंने उस पर भी जीत हासिल की."