ऋषि कपूर की शादी में पहुंची नरगिस से राज कपूर की पत्नी ने कह दिया था कुछ ऐसा, दोनों के रोमांस के थे खूब चर्चे
राज कपूर और नरगिस हिंदी सिने जगत की पहली हिट जोड़ियों में से एक है, लेकिन दोनों जल्द ही अलग हो गए और 24 साल बाद ऋषि कपूर की शादी में मिले. इसके बाद वहां क्या हुआ.. ये ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी में बताया..
राज कपूर और नरगिस की ऑनस्क्रीन जोड़ी अमर है. हालांकि उनका रोमांस ऑफ़-स्क्रीन बहुत कम समय तक चला था क्योंकि नरगिस, सुनील दत्त के साथ चली गई थी और राज कपूर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ खुश थे. लेकिन राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी 'खुल्लम खुल्ला' में अपने रिश्ते के बारे में बात की थी.
उन्होंने अपनी बुक की शुरुआत अपने पिता की लव लाइफ पर चर्चा करते हुए की. और ऐसी ही एक प्रेम कहानी थी राज कपूर और नरगिस की थी. यह कहानी तब खत्म हुई जब सुनील दत्त ने 'मदर इंडिया' की शूटिंग के दौरान नरगिस को आग से बचाया था. इसमें सुनील दत्त बुरी तरह से घायल हो गए थे, नरगिस ने उनकी देखभाल की. बाद में उन्होंने शादी कर ली, और एक्ट्रेस ने उस व्यक्ति के साथ सभी रिश्ते तोड़ दिए, जिसने अपने सिल्हूट के साथ उनके ऑन आरके फिल्म्स लोगो को अमर कर दिया.
24 साल बाद आरके स्टूडियो आईं थी नरगिस
अपनी बुक में, ऋषि कपूर ने एक किस्सा साझा किया कि कैसे दत्त और कपूर दूर हो गए और उनकी शादी के वर्षों बाद फिर से मिल गए. 1980 में नीतू कपूर के साथ ऋषि कपूर की शादी के समय नरगिस ने 1964 में परिवार से नाता तोड़ लेने के बाद कपूर परिवार से मुलाकात की थी. सुनील दत्त के साथ 24 साल बाद उन्हें ऋषि कपूर की शादी में आमंत्रित किया गया और उन्होंने अपने पति के साथ हामी भर दी.
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ऋषि कपूर ने अपनी किताब में नरगिस का उल्लेख उस महिला के रूप में करते हैं जिससे उनके पिता प्यार करते थे. उन्होंने कहा, "वह भी प्यार में एक आदमी था - उस समय, दुर्भाग्य से, मेरी मां के अलावा किसी और के साथ. उनकी प्रेमिका उस समय की कुछ सबसे बड़ी हिट फिल्मों की लीड एक्ट्रेस थीं, जिनमें आग (1948), बरसात (1949), और आवारा (1951) शामिल हैं.“
वह आगे लिखते हैं, “मेरे पिता ने हर काम बड़ी धूमधाम से किया और इसमें हमारी शादी की रस्में भी शामिल थीं. उन्होंने मेरे संगीत के लिए उस्ताद नुसरत फतेह अली खान को पाकिस्तान से बुलवाया. यह राज कपूर का ठेठ कार्यक्रम था जो रात 11.30 बजे शुरू हुआ. और सुबह 6 बजे तक जारी रहा. वह बाद में बताते हैं कि क्या हुआ था जब नरगिस, जो 24 साल बाद आरके स्टूडियो जाने के लिए घबराई हुई थी.
राज कपूर की पत्नी ने नरगिस से की थी बात
ऋषि कपूर अपने शब्दों को कम किए बिना कहानी बताते हैं, “जे.पी. चौकसी ने बाद में मुझे बताया कि मेरी शादी के दिन भी कुछ अप्रत्याशित हुआ था. 1956 में 'जगते रहो' पूरा करने के बाद नरगिस-जी ने आरके स्टूडियो में पैर नहीं रखा था. हालांकि, उस दिन, वह फंक्शन में भाग लेने के लिए सुनील दत्त के साथ आई थीं. जाहिर तौर पर वह चौबीस साल बाद कपूर के किसी कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर काफी नर्वस थीं. मेरी मां ने उनकी झिझक को भांपते हुए कथित तौर पर उन्हें एक तरफ ले जाकर कहा, 'मेरे पति एक सुंदर आदमी हैं. वह रोमांटिक भी हैं. मैं ये अट्रेक्शन समझ सकती हूं.''
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