अमिताभ बच्चन के लिए राजीव गांधी ने कैंसिल कर दिया था लंदन दौरा, बिग बी से आखिर क्यों मिली थीं इंदिरा गांधी
Happy Birthday Amitabh Bachchan: महानायक अमिताभ बच्चन ने पचास सालों में जो दबदबा कायम किया बै उसे हासिल करने में बिग बी को एक ऐसी चोट का भी सामना करना पड़ा था जिसे बाद उन्हें दूसरा जन्म मिला.
Happy Birthday Amitabh Bachchan: महानायक अमिताभ बच्चन पचास सालों से फिल्म इंडस्ट्री में अपना दबदबा कायम किए हुए हैं. ये दबदबा अमिताभ बच्चन ने यूं ही कायम नहीं किया हैं बल्कि हर किरदार को परदे पर ऐसे जीवंत किया कि कई बार उन्हें गंभीर चोट भी आईं. इसके बाद भी अभिताभ बच्चन ने कभी हार नहीं मानी. ऐसी ही एक गंभीर चोट बिग बी को फिल्म 'कूली' के सेट पर शूटिंग के दौरान भी लगी थी. इस चोट के बाद बिग बी और उनका परिवार इसे उनका दूसरा जन्म मानता है.
26 जुलाई 1982 के दिन अमिताभ बच्चन बैंगलुरु में फिल्म 'कूली' की शूटिंग कर रहे थे. सीन को ज्यादा असरदार बनाने के लिए अमिताभ ने स्टंट सीन खुद करने का फैसला किया. एक सीन में पुनीत इस्सर को अमिताभ को घूंसा मारना था. पुनीत का घूंसा अमिताभ के मुंह पर पड़ते ही वह स्टील की टेबल पर गिर पड़े और लुढ़कते हुए दूसरी ओर जा गिरे.
उस समय तो ये सीन सेट पर मौजूद लोगों को काफी रीयल लगा और अमिताभ को तारीफें भी मिली. लेकिन कुछ ही देर बाद अमिताभ बच्चन के पेट में दर्द होने लगा. उस पूरी रात अमिताभ दर्द से तड़पते रहे और सुबह तक पत्नी जया को भी अहसास हो गया कि चोट मामूली नहीं है. इसलिए उन्हें बैंगलुरू के सिलोमिना अस्पताल में भर्ता करा दिया गया.
मुंबई से दो स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के साथ अमिताभ की मां तेजी बैंगलुरु पहुंची. लेकिन तब तक डॉक्टर अमिताभ का ऑपरेशन कर चुके थे. हादसे के दो दिन के बाद अमिताभ की हालत बेहद नाजुक हो गई. अस्पताल में डॉक्टर पेन किलर देकर उनका इलाज कर रहे थे लेकिन कोई भी अमिताभ की असल परेशानी समझ नहीं पाया था. इसी दौरान अस्पताल में किसी और का इलाज करने आए एक डॉक्टर ने उनका मर्ज पहचाना और कहा कि अमिताभ की आंत फट गई है. डॉक्टरों की इस एक चूक ने महानायक के लिए मौत की घंटी बजा दी थी. आंत का इंफेक्शन दिल तक पहुंच चुका था और अगर ये इंफेक्शन फैलकर दिमाग तक पहुंच जाता तो अमिताभ के बचने की उम्मीद खत्म थी.
View this post on Instagramhttp://www.facebook.com/sonytelevision/videos/163896064474570/
मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन ही अमिताभ का ऑपरेशन कर दिया गया और कहा गया कि ऑपरेशन कामयाब हुआ है. ऑपरेशन के बाद अमिताभ की हालत और बिगड़ती चली गई. डॉक्टरों ने उनके बचने की उम्मीद छोड़ दी और उनके परिवार और बच्चों को बुलाने को कहा ताकि आखिरी मुलाकात हो सके लेकिन बच्चन परिवार ने उम्मीद नहीं छोड़ी और हादसे के 6 दिन बाद इलाज के लिए मुंबई ले जाने का फैसला किया.
आधी रात को एयरलिफ्ट किए गए बिग बी हादसे के 6 दिन के बाद रात करीब 9 बजे एक एबुंलेंस अमिताभ को लेकर बैंगलुरु के HAL एयरपोर्ट पहुंची. लेकिन विमान ने रात 1 बजे ही उड़ान भरी. उड़ान में देरी हुई क्योंकि विमान के अंदर की सीटें उखाड़ी गई ताकि अमिताभ को फर्श पर लेटाया जा सके और आधी रात में बेहोशी की हालत में ये विमान अमिताभ को लेकर मुंबई की ओर रवाना हो गया.
हादसे के 7 दिन बाद बेहद गंभीर हालात में अमिताभ बच्चन को लेकर विमान जब मुंबई के सांताक्रूज हवाई अड्डे पर उतरा तो सामने एक नई मुसीबत ने रास्ता रोका. अमिताभ के चाहने वालों का हुजूम एयरपोर्ट पर खड़ा था और ऊपर से हो रही तेज बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दी थी लेकिन किसी तरह बचते बचाते शनिवार की सुबह तकरबीन 4 बजे अमिताभ के मुंबई के ब्रींच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में दाखिल करा दिया गया.
नए सिरे से इलाज शुरू किया गया लेकिन अमिताभ की हालत बिगड़ती चल गई. मुबंई पहुंचने के दो दिन बाद ही डॉक्टरों ने अमिताभ का दूसरा ऑपरेशन करने का फैसला किया क्योंकि उनकी आंत से अब भी पस निकल रही थी.
राजीव गांधी और इंदिरा गांधी मिलने पहुंचे
अमिताभ की खराब हालत के बारे में सुनकर राजीव गांधी अमेरिका का दौरा बीच में छोड़कर आ गए. अमिताभ से मिलने आधी रात को एयरपोर्ट से ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचे. दो दिन बाद इंदिरा गांधी भी उनसे मिलने पहुंचीं थी. दो ऑपरेशन के बाद भी आंत में पस बननी बंद नहीं हुई तो लंदन से दो डॉक्टरों को मुंबई बुलाया गया. अपने खास उपकरणों और दवाइयों के साथ जब ये डॉक्टर ब्रीच कैंडी पहुंचे तो अमिताभ की हालत बेहद खराब हो चुकी थी. डॉक्टरों ने तीसरी बार उनका ऑपरेशन किया और उनकी आंत के घाव को एक खास तकनीक से सुखाकर जोड़ दिया.
रुक-रुक कर आ रही थी सांस
View this post on Instagram
ब्रीच कैंडी के आईसीयू में 10 से 12 डॉक्टरों की टीम अमिताभ को मौत के मुंह से निकालने में जूझ रही थी. लेकिन तीसरे ऑपरेशन के बाद भी अमिताभ मौत से जूझ रहे थे. ऑपरेशन के दो हफ्ते बाद तक उनकी तबीयत हिचकोले खा रही थी. बताया जाता है कि कई बार वो मौत के मुंह से लौटकर आए. कहा तो ये भी जाता है कि अगस्त में कई बार अमिताभ की सांसे और दिल की धड़कन 10 से 15 मिनट के लिए एकदम रुक जाती. ऐसा लगता मानो वो अब नहीं रहे लेकिन बार बार उनमें नई जान लौटती रही.
View this post on InstagramMothers love when I returned home after my Coolie accident from Breach Candy Hospital
अमिताभ ने कई साल बाद खुद ये बात ट्वीट कर कही कि 2 अगस्त को उनका पुनर्जन्म हुआ था. अमिताभ के कई फैंस तो 2 अगस्त को फैन डे मनाने की मांग भी करते रहे हैं क्योंकि इस दिन उनके महानायक ने मौत को हरा दिया था.