जब 1 ऊंट की वजह से Sunil Dutt हो गए थे बेहद गुस्सा, तुरंत बंद कर दी थी फिल्म की शूटिंग, 50 साल पुराना है किस्सा
Sunil Dutt Reshma Aur Shera: सुनील दत्त अपनी फिल्मों में परफेक्शन के लिए जाने जाते थे. अगर उनके मुताबिक काम ना हो तो वह गुस्सा भी बहुत होते थे. आज आपको सुनील दत्त से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताते हैं.
Sunil Dutt Reshma Aur Shera: दिग्गज एक्टर सुनील दत्त (Sunil Dutt) अपने काम को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते थे. वह अपनी फिल्मों में परफेक्शन के लिए मशहूर थे और हर बारीकी का ध्यान रखते थे. अगर सीन के जरूरत से हिसाब से उन्हें चीजें परफेक्ट नहीं मिलती थी तो वह एक सेकंड में शूट बंद देते थे. एक बार तो सुनील दत्त ने सिर्फ एक ऊंट की वजह से फिल्म की शूटिंग रोक दी थी. जी हां. अपने बिल्कुल सही पढ़ा. वह ऐसा भी कर चुके हैं. ये एक दिलचस्प किस्सा है. आइये आज आपको ये मशहूर किस्सा बताते हैं.
सुनील दत्त ने एक सीन के लिए कर दी ऐसी डिमांड
दरअसल, सुनील दत्त की फिल्म 'रेशमा और शेरा' की शूटिंग चल रही थी. एक्टर को मूवी के एक सीन के लिए 100 ऊंटों की जरूरत थी. इस फिल्म के लिए प्रोडक्शन कंट्रोलर के तौर पर करण जौहर के पिता यश जौहर काम कर रहे थे. फिल्म कैंपेनियन के साथ इंटरव्यू के दौरान करण जौहर ने बताया, 'दत्त साहब ने मेरे पिता से फिल्म के एक सीन के लिए 100 ऊंटों की मांग की. मेरे पिता प्रोडक्शन कंट्रोलर थे. वह रातोंरात आसपास के गावों में ऊंटों का पता लगाने के लिए पहुंच गए'.
डिमांड पूरी करने में यश जौहर हो गए थे फेल
यश जौहर 100 ऊंटों का पता लगाते-लगाते बहुत थक गए थे और वह सोए नहीं थे. करण जौहर ने आगे बताया, 'मेरे पिता दत्त साहब के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि 100 ऊंटों की व्यवस्था नहीं हो पाई है, लेकिन 99 ऊंट मिल गए हैं. ये बात सुनकर दत्त साहब ने मेरे पिता की तरफ देखा और कहा पैक अप. फिर वह सेट छोड़कर चले गए'. सुनील दत्त इस बात को लेकर काफी सीरियस थे कि उन्हें एक सीन के लिए 100 ऊंटों की जरूरत थी, लेकिन 99 ऊंट ही मिल पाए थे.
पूरी दुनिया में छा गई थी सुनील दत्त की फिल्म
बता दें कि 'रेशमा और शेरा' (Reshma Aur Shera) में सुनील दत्त (Sunil Dutt) सिर्फ लीड एक्टर ही नहीं थे बल्कि उन्होंने फिल्म का निर्देशन भी किया था. वहीदा रहमान, राखी, रंजीत और अमरीश पुरी जैसे कई सितारे इस फिल्म में अहम रोल में नजर आए थे. 'रेशमा और शेरा' को भारत की तरफ से ऑस्कर के बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कैटेगरी के लिए चुना गया था. मूवी साल 1971 में रिलीज हुई थी और ये 22वें बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में गोल्डन बियर के लिए भी नॉमिनेट हुई थी. 'रेशमा और शेरा' ने तीन नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किए थे. वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) को बेस्ट एक्ट्रेस के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था.
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