भारत में हम सभी अपनी जिंदगी में या तो एक्टर बनने का सपना देखते हैं या क्रिकेटर. खासकर बचपन में ऐसा जरूर होता है. दरअसल, ग्लैमर की दुनिया होती ही इतनी आकर्षक है कि हर कोई इसमें अपना करियर बनाने की प्लानिंग करता है. ऐसा ही सपना लिए हजारों युवा मुंबई पहुंचते हैं और बॉलीवुड के दरवाजों के चक्कर काटते हैं. इनमें कुछ ऐसे होते हैं, जिनके सपने परवान चढ़ जाते हैं और वे बड़े नाम बन जाते हैं. वहीं, कई ऐसे भी होते हैं तो मायानगरी की चमक में खो जाते हैं...
1996 में शुरू हुआ था करियर
आज हम आपको ऐसी ही एक एक्ट्रेस के बारे में बता रहे हैं. हम उन्हें 1999 में रिलीज फिल्म 'सिर्फ तुम' के लिए याद करते हैं. यकीनन बात हो रही है प्रिया गिल की, जो हिंदी फिल्मों में अपना करियर बनाने के लिए आई थीं. हालांकि, उन्होंने पंजाबी, मलयालम, तमिल, भोजपुरी और तेलुगू की फिल्मों में भी काम किया. 1999 में वह मिस इंडिया प्रतियोगिता में रनर अप रही थीं. उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म तेरे मेरे सपने से की थी. इसमें वह अरशद वारसी और चंद्रचूड़ सिंह के साथ नजर आई थीं. हालांकि, प्रिया को पहचान और शोहरत सिर्फ तुम से मिली थी.
दोबारा नहीं मिली सिर्फ तुम जैसी कामयाबी
प्रिया की पहली फिल्म भले ही नहीं चली, लेकिन उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई, जिसके बाद उन्हें सिर्फ तुम में मौका मिला. इस फिल्म में उनके अपोजिट संजय कपूर थे. सिर्फ तुम से भले ही प्रिया को कामयाबी मिली, लेकिन काम नसीब नहीं हुआ. इसके बाद वह 2000 के दौरान फिल्म जोश में नजर आईं. वहीं, 2002 के दौरान उन्हें अजय देवगन की फिल्म रेड में मौका मिला. खूबसूरती के मामले में प्रिया की तुलना अक्सर ऐश्वर्या राय से होती थी, लेकिन किस्मत से उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाईं.
अब कहां हैं प्रिया गिल?
उन्होंने काफी कोशिशें कीं, लेकिन 2006 में बॉलीवुड से दूरी बना ली. हालांकि, इससे पहले वह साउथ की कई फिल्मों में नजर आईं, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी. इसके बाद उन्होंने फिल्मों को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. प्रिया आखिरी बार 2006 के दौरान भोजपुरी फिल्म पिया तोसे नैना लागे में नजर आई थीं. इसके बाद वह भारत छोड़कर डेनमार्क शिफ्ट हो गईं और हंसी-खुशी मैरिड लाइफ एंजॉय कर रही हैं.