मुंबई: फिल्म 'काबिल' में नेत्रहीन युवती का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री यामी गौतम का कहना है कि फिल्म में नेत्रहीनों के प्रति सहानुभूति नहीं दिखाया गया है बल्कि उन्हें समानता का अहसास कराया गया है.
यामी ने बताया, "अपनी भूमिका सुप्रिया की तैयारी के दौरान मुझे अहसास हुआ कि वे संजीदा होते हैं, हालांकि मेरा चरित्र नेत्रहीन का है, लेकिन वह स्वतंत्र है, अकेले यात्रा करती है, काम पर जाती है और दूसरों की तरह सामान्य जिंदगी जीती है. इससे यह विचार आता है कि उनके प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाने के बजाय उनके साथ समान व्यवहार करना चाहिए."
फिल्म में ऋतिक रोशन भी हैं. अभिनेत्री ने अपनी भूमिका की तैयारी के लिए कई वीडियो देखे और वर्कशॉप में भी शामिल हुई. फिल्म के बारे में यामी बताती हैं कि इसकी कहानी प्रेरणादायक है.
यह किसी शख्स की छुपी हुई क्षमताओं को दर्शाने के बारे में है. फिल्म देखने पर दर्शकों को रोहन और सुप्रिया के प्रति सहानुभूति का अहसास नहीं होगा. संजय गुप्ता निर्देशित 'काबिल' में रोनित रॉय, रोहित रॉय, नरेंद्र झा और गिरीश कुलकर्णी भी हैं.
फिल्म 25 जनवरी को शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' के साथ रिलीज हो रही है.