Yo Yo Honey Singh Became Atheist: यो यो हनी सिंह ने इंडस्ट्री में जब से वापसी की है तब से हर जगह छाए हुए हैं. उनकी कई एल्बम आ चुकी हैं. इन दिनों वो अपनी नई एल्बम ग्लोरी के प्रमोशन में बिजी हैं. फिल्म के प्रमोशन के दौरान हनी सिंह ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर कई खुलासे किए हैं जिसके बारे में बहुत से लोगों को पता ही नहीं था. हनी ने बताया है कि कैसे 13 साल की उम्र में वो प्रिंसिपल के इस फैसले के बाद से नास्तिक बन गए थे. घर में आध्यात्म का माहौल था होने के बाद भी वो नास्तिक बन गए थे.
हनी सिंह ने हाल ही में हाल ही में द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैसे उनकी फैमिली इंडिया आई थी और उसके बाद वो स्कूल में नास्तिक बन गए थे. नास्तिक बनने की वजह से हनी के अपने पिता के साथ भी रिश्ते खराब हो गए थे.
हनी सिंह बन गए थे नास्तिक
हनी सिंह ने कहा-पंजाबी बाग में मैं सिख स्कूल में पढ़ा हूं. मैं स्कूल में तबला बजाता था. मैंने उस समय केश रखे हुए थे. मेरे उस समय डेडलॉक्स बनने लग गए थे. हालांकि मैं हफ्ते में तीन दिन केश स्नान करता था. फिर भी डेडलॉक्स बनते थे. हफ्ते में तीन दिन केश स्नान करना मुश्किल होता है. मम्मी डेडलॉक्स काट देती थीं तो मेरी जूड़ी छोटी हो गई थी. मेरा स्कूल में बहुत मजाक बनने लग गया था छोटी जूड़ी की वजह से को मैं एक दिन बहुत रोया है और मम्मी को कहा कि मेरे केश काट दो. मम्मी ने भी मेरे केश काट दिए. अगले दिन जब मैं असेंबली में रूमाल बांधकर खड़ा हुआ. पूरी असेंबली रेडी थी. प्रिंसिपल साहब का वेट था. जैसे ही प्रिंसिपल साहब आए उन्होंने मुझे देखा और इशारा करके जाने को कहा.
हनी ने आगे कहा- उस समय मैं 12 या 13 साल का था. मैंने तबला छोड़ दिया. मैंने दीन-धर्म सब छोड़ दिया और 13 साल की उम्र में मैं नास्तिक बन गया. हालांकि अभी हनी सिंह नास्तिक नहीं हैं.
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