गरीब परिवार में जन्मे Rajnikanth ने कड़े संघर्ष के बाद शोहरत की बुलंदियों को छुआ, आइए उनके सफर को जानें
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था. उन्होंने फर्श से अर्श तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष किया. बढ़ई, कुली का काम करने के अलावा बस कंडक्टरी का काम भी रजनीकांत ने किया. आइए एक नजर डालते हैं कि कैसे वे फिल्मों के सुपरस्टार बनें.
बॉलीवुड और टॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्मी दुनिया के सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहेब फाल्के अवार्ड से 3 मई को सम्मानित किया जाएगा. केंद्र सरकार की और से इस बात की घोषणा की गई है. बता दें कि पर्दे पर अपनी दमदार एक्टिंग व गजब स्टाइल से देश-विदेश में लोगों को दीवाना बनाने वाले रजनीकांत के लिए ये मुकाम हासिल करना इतना आसान भी न था. गरीब परिवार में जन्में रजनीकांत ने तमाम मुश्किलों को पार कर शोहरत की बुलंदियों को छुआ है. आइए एक नजर डालते हैं उनके सफर पर
रजनीकांत ने कुली और बढ़ई का काम भी किया
साउथ में भगवान की तरह पूजे जाने वाले रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरू के मराठी परिवार में हुआ था. रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनके पिता का नाम रामोजी राव गायकवाड़ था और वह हवलदार थे. चार भाई-बहनों में रजनीकांत सबसे छोटे थे. जब वह सिर्फ चार साल के थे तभी उनकी माता का निधन हो गया था जिसके बाद उनका पूरा परिवार बिखर सा गया था. रजनीकांत को घर की खस्ता हालत का अहसास हुआ और फिर उन्होंने कुली का काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने बढ़ई का काम भी किया. हालांकि कुछ समय बाद उन्हें बेंगलुरू परिवहन सेवा में बस कंडक्टर की नौकरी मिल गई थी.
कंडक्टर की नौकरी करते हुए कन्नड़ रंगमंच में काम करना शुरु किया
रजनीकात काम तो कर रहे थे लेकिन उनका मन कुछ और करना चाहता था. दरअसल वह पर्दे पर आकर एक्टिंग करना चाहते थे. कंडक्टर की नौकरी करते हुए ही उन्होंने कन्नड़ रंगमंच में काम करना भी शुरू कर दिया. इसके बाद फिल्मों में काम करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए रजनीकांत ने अपने एक दोस्त की मदद से 1973 में मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला ले लिया और एक्टिंग में डिप्लोमा हासिल किया.
25 साल की उम्र में फिल्मी करियर की शुरुआत की
रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की. उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी. इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं. 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिका ही की. लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म 1978 में ‘भैरवी’ आई. ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए.
रजनीकांत के अलग स्टाइल को देश-विदेश में किया गया कॉपी
इसके बाद रजनीकांत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई सुपहिट फिल्में दी. उनका अलग स्टाइल उनकी पहचान बन गया. जल्द ही अपने बोलने के अलग अंदाज और दमदार अभिनय की बदौलत वह साउथ सिनेमा के सुपस्टार कहे जाने लगे. साउथ में शोहरत की बुलंदियां छूने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड का रुख किया और फिल्म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू किया. बॉलीवुड में भी अपनी दमदार एक्टिंग और सिग्नेचर स्टाइल से उन्होंने लोगों को अपना दीवाना बना लिया. उनका सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का यूनिक स्टाइल हो या चश्मा पहनने और हंसने का अंदाज सभी को दर्शकों ने काफी पसंद किया गया. इसके बाद तो देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कॉपी की जाने लगी.
बॉलीवुड में भी कई सुपरहिट फिल्में दीं
बॉलीवुड में रजनीकांत ने 2.0, इंसाफ कौन करेगा, खून का कर्ज, क्रांतिकारी, मेरी अदालत, जॉन जॉनी जनार्दन, भगवान दादा, अंधा कानून, चालबाज और इंसानियत का देवता जैसी फिल्मों में काम किया है. रजनीकांत को एशिया का सबसे महंगा स्टार भी कहा जाता है. वह एक फिल्म का 80 करोड़ के आसपास फीस लेते हैं.
कई पुरस्कारों से किए गए सम्मानित
रजनीकांत को उनके शानदार काम के कारण कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. साल 2014 में उन्हें 6 तमिलनाड़ु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था. इनमें से चार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और दो स्पेशल अवार्ड्स फॉर बेस्ट एक्टर के लिए दिए गए थे. उन्हें साल 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था. 2014 में 45वें इंटरनेश्नल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया गया था.
रजनीकांत को अपने परिवार से है बेहद प्यार
31 साल की उम्र में रजनीकांत ने लाथा से 26 फरवरी 1981 में शादी की थी. उनकी दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत डायरेक्टर हैं और उन्होंने एक्टर धनुष से शादी की है. वहीं उनकी छोटी बेटी सौन्दर्या रजनीकांत डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और ग्राफिक डिजाइनर हैं.
गरीबों के भगवान हैं रजनीकांत
गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में काफी नाम कमाया. दक्षिण भारत में तो उन्हें भगवान और थलाइवा कहा जाता है. दरअसल फिल्मों में दमदार एक्टिंग करने वाले रजनीकांत असल जिंदगी में जरूरतमंदों के मसीहा हैं और वे दिल खोलकर गरीबों की मदद करते हैं.
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