जाने माने बंगाली फिल्ममेकर बुद्धादेब दासगुप्ता का आज निधन हो गया. वो 77 साल के थे. बुद्धादेब दासगुप्ता ने आज सुबह अपने कोलकाता स्थित निवास में आखिरी सांस ली. वो काफी समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक वो एक साल से ज्यादा समय से बीमार थे और लंबे समय से उनका डायलिसिस चल रहा था. आज भी उनका डायलिसिस होने वाला था लेकिन उससे पहले ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
दासगुप्ता का फिल्ममेकिंग और साहित्य दोनों में ही बड़ा नाम था. उनकी मशहूर फिल्मों में बाघ बहादुर, Tahader Katha, Charachar और Uttara शामिल है. उनकी पांच फिल्में बेस्ट फिल्म का National Film Award भी जीत चुकी हैं.
फिल्म Uttara और Swapner Din के लिए उन्होंने दो बार बेस्ट डायरेक्शन के लिए National Awards मिल चुका है.
बुद्धादेव दास गुप्ता की ये फिल्म जीत चुकी हैं ने National Film Award
बेस्ट फिल्म
- 1989: Bagh Bahadur
- 1993: Charachar
- 1997: Lal Darja
- 2002: Mondo Meyer Upakhyan
- 2008: Kaalpurush
बेस्ट डायरेक्शन
- 2000: Uttara
- 2005: Swapner Din
बेस्ट स्क्रीनप्ले
- 1987: Phera
बेस्ट बंगाली फीचर फिल्म
- 1978: Dooratwa
- 1987: Phera
- 1993: Tahader Katha
बेस्ट आर्ट/कल्चर फिल्म
- 1998: A Painter of Eloquent Silence: Ganesh Pyne
उन्हें एक कवि के तौर पर भी जाना जाता है. उनकी आखिरी फिल्म Urojahaj है जो 2018 में रिलीज हुई थी. 2008 में स्पेन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
बुद्धादेव दास गुप्ता ने हिंदी फिल्में भी बनाई हैं. उनकी हिंदी फिल्म अंधी गली 1984 में रिलीज हुई जिसमें दीप्ति नवल, महेश भट्ट और कुलभूषण खरबंदा मुख्य भूमिका में हैं. 2013 में उनकी डार्क कॉमेडी फिल्म अनवर का अजब किस्सा (Anwar Ka Ajab Kissa) रिलीज हुई जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी जैसे सितारे हैं. इस फिल्म में समाज की कुप्रथाओं और टैबूज पर भी बात की गई है.
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