Asha Parekh On Indian Cinema And Dance: दिग्गज कलाकार आशा पारेख (Asha Parekh) अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रही हैं. हाल ही में उन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘दादा साहेब फाल्के अवार्ड’ से नवाजा गया, जिसके कारण वो खूब चर्चाओं में रहीं. आशा पारेख एक ऐसी अदाकारा हैं, जिन्होंने महज 10 साल की उम्र में ही अपनी फिल्मी करियर की शुरूआत कर दी थी. उनकी पहली फिल्म साल 1952 में आई ‘आसमान’ थी. आशा पारेख ने फिल्मी दुनिया में 50 सालों से भी ज्यादा समय तक राज किया और एक्टिंग के साथ-साथ बेहतरीन डांस से भी अपनी खूब पहचान बनाई है. वहीं अब उन्होंने एक इंटरव्यू में बॉलीवुड में हो रहे बदलाव को लेकर बात की है.
हम वेस्टर्न डांस को कॉपी कर रहे हैं
बोस्टन में हुए एक इवेंट के दौरान आशा पारेख ने एफएम कनाडा से बातचीत की है, जहां पर उन्होंने हिंदी सिनेमा में बदलाव पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा, “बॉलीवुड अब अपनी संस्कृति को नहीं दिखाता है, खासकर के डांस में. हम अपनी जड़ों और अपनी डांस की परंपराओं को भूल चुके हैं. अब हम सिर्फ वेस्टर्न डांस को कॉपी करने का प्रयास कर रहे हैं. आज कल जिस तरह का डांस हो रहा है वो हमारी शैली और हमरी संस्कृति नहीं है.”
आगे उन्होंने कहा, “हमारी नृत्य की परंपरा काफी समृद्ध है. हमारे देश के हर राज्य के पास अपना खुद का डांसिंग स्टाइल है, लेकिन हमलोग वेस्टर्न डांस की कॉपी कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि ये देख कभी-कभी उन्हें ऐसा लगता है कि अब हम डांस के बजाय एरोबिक्स कर रहे हैं. वहीं इन सबसे उन्हें काफी दुख होता है.
की संजय लीला भंसाली की तारीफ
इस इंटरव्यू में आशा पारेख (Asha Parekh) ने निर्देशक संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की तारीफ की. एक्ट्रेस ने कहा उनके काम में भारतीय संस्कृति के लिए सम्मान देखने को मिलता है. इन सबके साथ उन्होंने अपने गानों के रीमेक्स पर भी नाराजगी जाहिर की और उसे भयानक बताया.
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