मुंबईः शास्त्रीय संगीत में देश के सबसे बड़े नामों में शुमार पंडित जसराज का मुंबई में अंतिम संस्कार कर दिया गया. पंडित जसराज का 17 अगस्त को निधन हो गया था. गुरुवार 20 अगस्त को परिवार के सदस्यों और करीबियों की मौजूदगी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम क्रियाकर्म पूरा किया गया.
मेवाती घराने से संबंध रखने वाले 90 साल के पंडित जसराज कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन से पहले अमेरिका के न्यू जर्सी में थे. लॉकडाउन के कारण तब उन्होंने अमेरिका में ही रुकने का फैसला किया था.
सोमवार 17 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से न्यू जर्सी में ही उनका निधन हो गया था, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को मुंबई लाया गया.
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
गुरुवार की सुबह वर्सोवा स्थिति उनके आवास पर पंडित जसराज का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया था. इस दौरान फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली और गायक श्रेया घोषाल समेत कई लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे.
इसके बाद विले पार्ले के पवन हंस दाहगृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. पंडित जसराज के बेटे शारंग देव पंडित ने पिता को मुखाग्नि दी, जिसके बाद राजकीय सम्मान के तहत 21 तोपों की सलामी दी गई.
हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण तय की गई गाइडलाइन के चलते अंतिम संस्कार के लिए ज्यादा लोग उपस्थित नहीं हो सके. अंतिम संस्कार में उनकी पोती श्वेता पंडित, संगीतकार जतिन पंडित, अनूप जलोटा, कैलाश खेर समेत कुछ अन्य लोग मौजूद थे.
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