बांद्रा का एक साधारण सा लड़का सलमान, ऐसे बना फैन्स का 'भाईजान'
सलमान खान, एक ऐसा अभिनेता हैं जिनके नाम का सिक्का सिर्फ फिल्मी दुनिया में ही नहीं चलता, बल्कि जो सोशल वर्क के लिए भी जी जान से जुटे रहते हैं. कभी अपने एनजीओ के जरिए सैकड़ों परिवारों को सिर पर छत का इंतजाम करते हैं तो कभी किसी जरूरतमंद बच्चे के इलाज के लिए लाखों की मदद मिनटों में कर देते हैं.
सलमान खान भले ही बॉलीवुड में दबंग के नाम से जाने जाते हैं लेकिन वो जरूरतमंदों की मदद के लिए बड़ा दिल भी रखते हैं. सलमान खान का स्टाइल भी बाकी सुपरस्टार्स से ना सिर्फ अलग है बल्कि इसी स्टाइल की वजह से वो इंडस्ट्री के सबसे कामयाब स्टार्स में शुमार हैं. चॉकलेटी बॉय के किरदारों से करियर शुरू करने वाले सलमान अब बॉलीवुड के भाईजान बन चुके हैं. क्या है इस टाइटल के पीछे की वजह, नजर डालते है सलमान खान की जिंदगी के सफर पर...
चॉकलेटी किरदारों से की करियर की शुरुआत
मशहूर स्क्रीन राइटर सलीम खान के घर पैदा हुए सलमान खान के खून में बचपन से ही सिनेमा बहता है. मुंबई के बांद्रा में पले बढ़े सलमान की पर्सनैलिटी पर बांद्रा इफेक्ट कई बार दिखाई देता है. 1988 में करियर की शुरुआत फिल्म 'बीवी हो तो ऐसी' से की लेकिन इसके एक ही साल बाद 'मैंने प्यार किया' जैसी फिल्मों से दर्शकों के दिलों में अपने लिए खास जगह बना ली. लेकिन वो सलमान आज का भाईजान नहीं था वो फैन्स का 'प्रेम' था, एक छरहरा नौजवान जिसे देखकर दबंगई का एहसास दूर-दूर तक नहीं होता था. ये सफर चलता रहा और फिर 'बाग़ी', 'पत्थर के फूल' और 'साजन' जैसी बंपर हिट फिल्में सलमान के करियर को बना चुकी थी.
तनाव भरे दौर में भी हिम्मत से डटे रहे सलमान
90 के दशक में 'अंदाज़ अपना अपना', 'करण अर्जुन', 'जीत', 'जुड़वां' और 'प्यार किया तो डरना क्या' जैसी फिल्मों के जरिए धीरे-धीरे सलमान खान स्टार्स की कतार में खड़े हो चुके थे लेकिन ये स्टारडम अभी फैन्स की दीवानगी की हद तक नहीं पहुंचा था. फिर आया सलमान की जिंदगी का विवादों भरा दौर, कई उतार चढाव और भारी तनाव से जूझने के बाद सलमान ने फिर स्क्रीन पर वापसी की.
'राधे' के किरदार ने बनाया दबंग ब्रांड
फिल्म 'तेरे नाम' में राधे का किरदार निभाकर सलमान खान के भाईजान बनने का सफर शुरू हो चुका था. इस फिल्म में सलमान का किरदार इतना पसंद किया गया कि हर कहीं राधे स्टाइल हेयर कट दिखाई देने लगा था. इसके बाद फ़िल्म 'गर्व', 'नो एंट्री', 'मुझसे शादी करोगी' और 'पार्टनर' जैसी बड़ी हिट देकर नई पीढ़ी के स्टार्स पर भारी पड़ते चले गए.
जब 'वांटेड' बन गया फैन्स का 'बजरंगी भाईजान'
इसके बाद 2008 में फ़िल्म 'वांटेड' से सलमान ख़ान की भाईजान वाली इमेज फिल्मी पर्दे पर एक ब्रांड बन गई. 'दबंग' के जरिए सफलता के इस सफर की रफ्तार और तेज हो गई और सलमान की फिल्में सौ करोड़ी क्लब की परमानेंट मेंबर बन गईं. इसके बाद 'बॉडीगार्ड', 'रेडी', 'जय हो' और 'एक था टाइगर' जैसी फिल्मों के जरिए सलमान ना सिर्फ नए एक्शन स्टार बन चुके थे बल्कि फिल्मी पर्दे पर भाईजान स्टाइल दर्शकों के लिए ब्रांड बन चुका था. फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' इस ब्रांड इमेज पर भारी भरकम पैसा कमाकर मुहर भी लगा दी. इसके बाद भाईजान सलमान के लिए एक ऐसा संबोधन बन चुका है जो शायद सलमान के लिए ही बना था.
असल जिंदगी में भी कई लोगों की जिंदगी संवारी
सलमान खान ने भाईजान का टाइटल सिर्फ फिल्मी किरदारों को निभाकर हासिल नहीं किया है. सलमान निजी जिंदगी में खासे मददगार हैं. वो किसी से वादा करते हैं तो उसे निभाते हैं. फिल्म जगत में ऐसे कई उदाहरण हैं जिनकी मदद करके सलमान ने करियर संवारा है. कई अभिनेत्रियों को अपनी फिल्मों में ब्रेक दिया. कई सिंगर्स के करियर बनाने में मदद का हाथ बढ़ाया. शायद यही वजह है कि एक खास सफर पर निकला साधारण से बांद्रा बॉय आज बॉलीवुड का भाईजान बन चुका है.
ये भी पढ़ें -
बॉलीवुड के भाईजान का बर्थ डे आज, जानिए कैसा है मां के साथ सलमान खान का रिश्ता?