जेम्स बॉन्ड के तौर पर डेनियल क्रेग की आखिरी फिल्म 'नो टाइम टू डाई' की रिलीज़ का रास्ता साफ नहीं हो पा रहा है जिसकी वजह से दर्शकों को अभी इस फिल्म को देखने के लिए और इंतज़ार करना पड़ सकता है.


पहले यह फिल्म अप्रैल 2020 में रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते देश-विदेश में लगे लॉकडाउन और सिनेमाघरों के बंद होने से इसकी रिलीज़ अटक गई. मौजूदा हालातों को देखते हुए फिल्म की रिलीज़ को अप्रैल 2021 तक टाल दिया गया है. इस बीच मेकर्स इसकी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ के लिए प्रयासरत हैं लेकिन बात नहीं बन रही.


हॉलीवुड वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, मेकर्स फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ करने के लिए $600 मिलियन यानी तकरीबन 4400 करोड़ रुपए की डिमांड कर रहे हैं. इतनी बड़ी रकम चुकाने के लिए कोई ओटीटी प्लेटफॉर्म राज़ी नहीं हो रहा इसलिए फिल्म को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ करने की कोशिश भी नाकाम होती दिख रही है.



रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले दिनों मेकर्स ने नेटफ्लिक्स, एपल और अमेज़न जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से बातचीत की. इसमें एक साल के कॉन्ट्रैक्ट के लिए मेकर्स ने $600 मिलियन की डिमांड रखी. कोई भी ओटीटी प्लेटफॉर्म इसकी आधी कीमत भी देने को तैयार नहीं था. इस वजह से फिल्म की डिजिटल रिलीज़ की संभावना फ़िलहाल टल गई है.


आपको बता दें कि बतौर जेम्स बॉन्ड डेनियल क्रेग की यह पांचवी फिल्म है. उन्होंने 2006 में आई कसीनो रॉयल में पहली बार जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाया था. इसके बाद वह इसी रोल में क्वांटम ऑफ़ सोलास (2008), स्काईफॉल (2012) और स्पेक्ट्रर (2015) में दिखाई दिए.उनकी तीसरी बॉन्ड मूवी 'स्काइफॉल' ने ब्रिटेन में बॉक्स ऑफिस पर सफलता के सारे कीर्तिमान बना लिए थे.


डेनियल जेम्स बॉन्ड के किरदार में इतने ज्यादा पॉपुलर हैं कि उन्हें 'नो टाइम टू डाई' में काम करने के लिए 450 करोड़ रुपए की फीस दी गई है. डेनियल को इस फिल्म में काम करके ही इतनी मोटी रकम मिल जाएगी जितनी कई बॉलीवुड फिल्मों की बॉक्सऑफिस पर कमाई नहीं होती.