बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने फिल्म 'ओम शांति ओम' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. यह फिल्म सुपरहिट रही और दीपिका ने फिर अपने करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. एक इंटरव्यू में दीपिका ने इस फिल्म को लेकर कई सारी बातें शेयर की थीं. उन्होंने कहा था कि इस फिल्म में काम करते समय वह इतनी नई थीं कि उन्हें कैमरा से लेकर डायलॉग डिलिवरी तक, फिल्म मेकिंग से जुड़ी किसी भी चीज की कोई जानकारी नहीं थी.
उन्होंने कहा कि तब भी फिल्म की डायरेक्टर फराह खान ने उन पर एक परसेंट डाउट नहीं किया कि वो फिल्म में ढंग से काम नहीं कर पाएंगी. दीपिका ने बताया कि न्यूकमर होने के बावजूद फिल्म के लिए उनका न तो ऑडिशन लिया गया और न ही स्क्रीन टेस्ट लेकिन इसके बावजूद फराह-शाहरुख बहुत श्योर थे कि वो ही फिल्म की हीरोइन होंगी.
दीपिका ने कहा कि फराह के साथ-साथ फिल्म के हीरो शाहरुख खान ने ही उनकी बहुत मदद की थी. फराह-शाहरुख के कॉन्फिडेंस की वजह से ही उनके अंदर ये कॉन्फिडेंस जागा कि वो फिल्म में शांतिप्रिया का रोल निभाने में कामयाब हो जाएंगी. नहीं तो दीपिका के मुताबिक, पहली ही फिल्म में डबल रोल करना किसी के बस की बात नहीं होती है.
दीपिका ने इस इंटरव्यू में ये भी बताया था कि एक बार एक बड़ी फिल्म का उन्हें ऑफर दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया था. फिर प्रोड्यूसर ने कहा कि हीरो ट्रेवल कर रहे हैं और जैसे ही वो उपलब्ध होंगे वो दीपिका को फिल्म में साइन कर लेंगे लेकिन इसके कुछ दिन बाद खबर छपी कि उस फिल्म में किसी अन्य एक्ट्रेस को साइन कर लिया गया है. दीपिका इस बात से बेहद निराश हो गईं. तभी उन्हें फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' का ऑफर मिला और फिर ये फिल्म उनके फिल्मी करियर की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक बन गई.