मुम्बई: अभिनेता जगेश मुकाटी का मुम्बई के जुहू स्थित क्रिटी केयर अस्पताल में सांस संबंधी बीमारी से मौत हो गयी. वे सिर्फ 47 साल के थे और लम्बे समय से अस्थमा की बीमारी से परेशान थे. वे पिछले कई सालों से मोटापे संबंधी कई बीमारियों का भी शिकार थे. वो गुजराती थिएटर में बतौर कलाकार अपनी एक अलग ही पहचान रखते थे और कई टीवी सीरियलों व कई हिंदी-गुजराती फिल्मों में काम कर चुके थे.


जगेश मुकाटी ने सीरियल 'अमिता का अमित', 'कसम से' जैसे सीरियलों में काम किया था, मगर उन्हें धीरज कुमार द्वारा निर्मित 'श्री गणेश' में भगवान गणेश का मुख्य किरदार निभाने से काफी लोकप्रियता हासिल हुई थी. उन्होंने अनगिनत ऐड फिल्मों में काम करने के अलावा 'हंसी तो फंसी(2014) और‌ 'मन' (1999)' में भी काम किया था. बतौर अभिनेता उन्होंने हाल ही में 'चाल जीवी लईए' नामक गुजराती फिल्म में किया था, जिसे गुजराती फिल्मों में सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक माना जाता है.



जगेश मुकाटी के बचपन के दोस्त और उनके साथ कई गुजराती नाटकों में काम कर चुके संजय गोराड़िया ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि चार दिन पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई तो उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था, जहां ऑक्सीजन लेवल कम हो जाने के चलते उन्हें वेंटिलेकर पर रखा गया था. उन्होंने बताया कि अचानक से आये अस्थमा अटैक के‌ चलते उनकी सांसें थम गयीं और उन्हें रिवाइव करने की डॉक्टरों की तमाम कोशिशें बेकार साबित हुईं.


संजय गोराडिया ने बताया कि कई सालों से जगेश का वजन बढ़ता ही जा रहा था और उनका वजन बढ़ते-बढ़ते तकरीबन 150 किलो तक पहुंच गया था. गोराडिया बताते हैं कि ऐसे में उनके दोस्तों ने उन्हें मोटापा कम करने की सर्जरी करने की भी सलाह दी थी,‌ लेकिन वे नहीं माने.


'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में मिसेस हाथी का किरदार का निभानेवाली अभिनेत्री अम्बिका रांजनकर ने जगेश के साथ 'कसम से' नामक सीरियल और दो गुजराती नाटकों में काम किया था. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से कहा, "एक उम्दा अभिनेता होने के अलावा, वे मेरे लिए एक बेहद अच्छे दोस्त और गाइड की तरह थे. उनका सेंस ऑफ ह्यूमर भी कमाल का था.