बॉलीवुड में नेपोटिज्म, फेवरटिज्म और गुटबाजी को हर कोई खुलकर अपनी बात को सामने रख रहा है. कंगना के बाद इस भाई-भतीजावाद और ग्रुपिज्म की बहस में शत्रुघ्न सिन्हा भी कूद पड़े है. दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने भी ग्रुपिज्म पर बड़ा बयान दे दिया है और कहा है ये सब अभी से नहीं चल रहा है. काफी टाइम से ये चलता आ रहा है.
गुटबाजी को लेकर गोविंदा का जिक्र किया और कहा कि उनके करियर में भी कुछ लोगों ने गुटबाजी की थी. शत्रुघ्न सिन्हा ने एक इंटरव्यू के दौरान गोविंदा की बहुत तारीफ की थी और कहा था. गोविंदा ने अपने करियर को जबरदस्त तरीके से डवलप किया था. इंडस्ट्री ने उनको कई चीजें सीखाई है. आज गोविंदा जो भी है वो अपने दम पर बॉलीवुड पर राज कर रहे है. गोविंदा ने अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए अपने डांस को जिंदा रखा.
कैसे बिगड़ा था गोविंदा का करियर?
शत्रुघ्न इंटरव्यू में बताया कि, ‘मैं जब इंडस्ट्री में था तो में हमेशा गुटबाजी से दूर रहता था और मेरे साथ-साथ धर्मेंद्र भी इन सब से दूर रहते थे. फिर गोविंदा के बारे में बात करते हुए बताते है कि, ‘गोविंदा अपने समय के बेहतरीन एक्टर्स में से एक थे. मगर आज उन्हें भुला दिया गया है क्योंकि वो भी ग्रुपिज्म का शिकार हो गए थे. लेकिन ये सच है गोविंदा ने बहुत से लोगों को प्रेरित किया है. मगर जब गोविंदा का मुश्किल वक्त शुरू हुआ तो लोगों ने उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी.’
गोविंदा ने भी एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, ‘मैंने अपनी 21 साल की उम्र में ही फिल्मों में काम करने के लिए कदम रख दिथा. फिल्मों में काम करने के लिए मुझे भी प्रोड्यूसर्स से मिलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था. मुझे ये बात मेरे मुंह पर बोली गई थी कि आप इंडस्ट्री में ज्यादा टाइम तक नही रह पाएंगे. लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी और आज मैं यहां पर खड़ा हूं.