सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई ने शुक्रवार को अपनी जांच शुरू कर दी है.  इस केस में आगे की तफ्तीश के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है. फॉरेंसिक टीम मुंबई के सांताक्रूज गेस्ट हाउस पहुंची है, सीबीआई की टीम ने इस केस में सांताक्रूज गेस्ट हाउस को ऑफिस बनाया है. 


उल्लेखनीय है कि सीबीआई की एसआईटी टीम ने सुशांत सिंह राजपूत के कुक रहे नीरज से तकरीबन 14 घंटे तक पूछताछ की.  इस पूछताछ के दौरान तकरीबन 40 पन्ने का बयान दर्ज किया गया जिसके बाद नीरज को घर जाने दिया गया.



मुंबई पुलिस की तरफ से सीबीआई को कोऑर्डिनेट करने के लिए डीसीपी रैंक के एक अधिकारी नियुक्त किया गया है. डीसीपी अभिषेक प्रमुख,  सीबीआई के साथ सुशांत सिंह राजपूत केस में कोऑर्डिनेट कर रहे हैं. शुक्रवार को डीसीपी से सीबीआई को सुशांत सिंह राजपूत के डिजिटल दस्तावेजों को हैंडओवर किया था.


अब सीबीआई की टीम फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर इस केस में आगे की तफ्तीश करेगी.


फॉरेंसिक मेडिसिन के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता करेंगे जांच


सुत्रों के के मुताबिक, एम्स की टीम का नेतृत्व फॉरेंसिक मेडिसिन के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता करेंगे और सीबीआई एक दो दिनों में अटॉप्सी रिपोर्ट और viscera रिपोर्ट साझा करेगी. एम्स की चार सदस्यीय फोरेंसिक टीम केंद्रीय जांच ब्यूरो के बाद सुशांत की ऑटोप्सी रिपोर्ट की जांच करेगी.


हत्या और मौत के सभी संभावित तरीकों की जांच होगी


डॉ गुप्ता का कहना है कि इस केस में हमारी प्राथमिकता हत्या के नजरिए और मौत के सभी संभावित तरीकों की जांच करना होगा. डॉ गुप्ता ने इससे पहले सुनंदा पुष्कर और शीना बोरा की मौत के कई हाई प्रोफाइल मामलों में पोस्टमार्टम किए थे.


सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सौंपी जांच


34 साल के सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने मुंबई अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. मुंबई पुलिस ने कहना था कि उन्होंने आत्महत्या की थी और वह इस मामले में जांच कर रही थी. एक महीने से अधिक समय बाद, सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर अपने बेटे को आर्थिक रूप से धोखा देने और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए बिहार में FIR दर्ज कराई थी.