बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद इन दिनों जिस तहर से प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए आए है उससे वो देशवासियों के चहेते बन गए हैं. भाजपा के पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला सोनू सूद को चेक करने में बिजी हैं. दरअसल, पहले मध्य प्रदेश के रीवा से भाजपा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने सोनू सूद से मदद मांगी और फिर ऐसा विवादित बयान दिया जिससे उनकी कड़ी आलोचना हो रही है.
मदद मांगने को लेकर उन्होंने अजीबोगरीब बात कही है. भाजपा के पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला का कहना है कि मदद के बहाने क्रॉस चैक हो गया, वाकई सोनू सूद लोगों की मदद कर रहे हैं. अब यकीन हो गया कि सच में वह लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं.
भाजपा विधायक ने कहा, "अभिनेता सोनू सूद ने ट्वीटर पर मैसेज मिलते ही इतनी जल्दी रिस्पांस दिया. एक तरह से क्रॉस चैक भी हो गया कि वह वाकई लोगों की मदद कर रहे हैं. हम तो भोपाल और रीवा में बैठे हैं. यहां काम कर रहे हैं. सवाल यकीन का नहीं है, जब मदद मांगते हैं तभी यकीन होता है कि हो रही है या नहीं. जब तक आप मिलकर बात नहीं कर लेंगे तब तक आप को संतुष्टि नहीं होगी."
उन्होंने आगे कहा, "वास्तव में समाजसेवी सोनू सूद सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि कई और लोग पूरे देश में मोर्चा संभाले हुए हैं. गरीबों को भोजन कराने के साथ दवाइयों और कपड़ों का इंतजाम कर रहे हैं. पूरे देश में एक तरफ सरकार है और दूसरी तरफ समाजसेवी संगठन मोर्चा संभाले हुए हैं और इसी वजह से स्थितियां नियंत्रण में हैं."
ये था मामला:
दरअसल, इससे पहले राजेंद्र शुक्ला ने मंगलवार को सोनू सूद के ट्विटर हैंडल पर करीब पच्चीस लोगों की लिस्ट डाली और लिखा कि सोनू सूद जी ये रीवा, सतना, मध्यप्रदेश निवासी काफी दिनों से मुंबई में फंसे हैं और अभी तक वापस नहीं पहुंच पा रहे कृप्या इनको वापस लाने में मदद करिये. इसके जबाव में सोनू ने टवीट किया और लिखा, ''सर अब कहीं कोई भाई नहीं फंसेगा आपके प्रवासी भाई कल आपके पास भेज दिए जाएंगे. कभी एमपी आया तो पोहा जरूर खिलाना.''
सोनू सूद ऐसे कर रहे हैं मदद
काफी सारे लोगों ने उन्हें टैग करते हुए अपनी परेशानी बता रहे हैं और सोनू सूद उनकी मदद भी कर रहे हैं. आपको बता दें कि सोनू सूद ने अपने पैसों से बसें बुक करके उन प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का काम शुरू किया. सोनू सूद ने मदद मांगने के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया है.
इसके बाद अब हजारों की तादात में सोनू लोगों को उनके घर भेज चुके हैं. इस बारे में सोनू सूद का कहना है "जब तक हर एक प्रवासी मजदूर अपने घर नहीं पहुंच जाता अपनी मुहिम को जारी रखूंगा. इसके लिए चाहे कितना भी काम और मेहनत करनी पड़े. अंतिम मजदूर के उसके घर पहुंचने तक चैन से नहीं रह सकता."