20 Years Of Gadar: निर्देशक अनिल शर्मा की साल 2001 में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'गदर एक प्रेम कथा' ने 20 साल पूरे कर लिए हैं. फिल्म निर्माता को लगता है कि सनी देओल स्टारर फिल्म अगर आज के समय में रिलीज होनी होती तो सिनेमा घरों में ही रिलीज होती. ओटीटी पर कभी रिलीज नहीं हो सकती थी. उन्होंने कहा कि अगर 'गदर' आज भी रिलीज होती तो यह बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित होती.
वह फिल्म में ट्रेन की छत पर क्लाइमेक्स एक्शन सीन की शूटिंग की चुनौती को याद करते हैं. फिल्म निर्माता ने कहा कि एक चुनौतीपूर्ण दृश्य था जहां सनी देओल को मेरे बेटे उत्कर्ष (जिन्होंने फिल्म में सनी के बेटे जीता की भूमिका निभाई थी) को अपने कंधों पर ले जाना था और अमीषा पटेल के साथ ट्रेन की छत पर दौड़ना था. उत्कर्ष सनी के कंधे पर था और वह एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में दौड़ रहा था. ट्रेन की गति तेज थी. जब भी मैं दृश्य को याद करता हूं, तब मैं चिंतित हो जाता हूं और रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
शर्मा ने जी स्टूडियो के प्रोडक्शन के बारे में संक्षेप में कहा, ''यह मेरी फिल्म नहीं, बल्कि सभी की फिल्म है. जिसने भी फिल्म देखी है, ये उनकी फिल्म है. इस फिल्म के 20 साल पूरे होने पर मैं सभी को बधाई देना चाहता हूं.''
इसके साथ ही आपको बता दें कि गदर(Gadar Movie) यानी भारतीय सिनेमा की एतिहासिक फिल्म जिसके गानों से लेकर संवाद तक लोगों की जुबान पर ऐसे चढ़े कि आज तक उनका स्वाद कायम है. 15 जून, 2001 को रिलीज फिल्म गदर को पूरे 20 साल हो गए हैं लेकिन इसे देखकर दर्शकों का मन अब तक नहीं भरा है. सकीना बनीं अमीषा पटेल की मासूमियत और ट्रक ड्राइवर तारा के किरदार में सनी दोओल को भला कौन भुला सकता है. यूं तो ये पूरी फिल्म ही आइकॉनिक है लेकिन इसका हैंडपंप वाला सीन आज भी खूब रीक्रिएट किया जाता है.