(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gandhi Jayanti 2020: बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी दिखा 'बापू' का असर, उन पर बनी इस फिल्म को मिला था ऑस्कर
महात्मा गांधी के व्यक्तित्व का प्रभाव सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड पर भी रहा है. आज गांधी जयंती के मौके पर हम आपको महात्मा गांधी के जीवन पर बनी उन खास फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने लोगों के दिल और दिमाग में एक खास छाप छोड़ी है.
आज भारत के राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती है. देश ही नहीं दुनियाभर में उन्हें अहिंसा के सबसे बड़े समर्थकों में से एक माना जाता हैं. महात्मा गांधी का देश की आजादी में जो योगदान है उसे 70 mm के पर्दे पर भी कई बार उतारने की कोशिश की गई है. इतना ही नहीं उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व और उनके आदर्शों को भी अलग-अलग ढंग से फिल्मी पर्दे पर उतारने की कोशिश की गई है.
खास बात ये है कि महात्मा गांधी के व्यक्तित्व का प्रभाव सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड पर भी रहा है. आज गांधी जयंती के मौके पर हम आपको महात्मा गांधी के जीवन पर बनी उन खास फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने लोगों के दिल और दिमाग में एक खास छाप छोड़ी है.
'गांधी' को मिला ऑस्कर साल 1982 में की ब्रिटिश-भारतीय फिल्म 'गांधी' आई थी. रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित, इस फिल्म में बेन किंग्सले को शीर्षक भूमिका में शामिल किया गया. इस फिल्म में महात्मा गांधी के जीवन के उस हिस्से पर ज्यादा फोकस किया है जिसमें वो साउथ अफ्रीका में थे. भारत की आजादी में उन्होंने किस प्रकार से एक अहम भूमिका निभाई और किस तरह 1948 में उनकी हत्या कर दी गई. इस फिल्म को 55वें एकेडमी अवॉर्ड्स में बेस्ट पिक्चर के लिए ऑस्कर भी दिया गया था.
द मेकिंग ऑफ महात्मा (1996) साल 1996 में आई फिल्म 'द मेकिंग ऑफ महात्मा' एक शानगार फिल्म है. फिल्म में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच में महात्मा गांधी ने क्या भूमिका निभाई है उस पर रौशनी डाली गई है. इसमें महात्मा गांधी का जीवन शामिल है. श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित,यह फिल्म दक्षिण अफ्रीका में 21 वर्षों के दौरान महात्मा गांधी के जीवन पर बनी है जहां उन्होंने वास्तव में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अपने अहिंसक आंदोलन को अनुकूलित किया. फिल्म फातिमा मीर द्वारा लिखित एक महात्मा की 'Apprenticeship of a Mahatma'' नामक किताब से प्रेरित थी.
गांधी टू हिटलर (2011) महात्मा गांधी के जीवन को लेकर साल 2011 में आई ये फिल्म बेहद खास है. फिल्म में रघुबीर यादव को एडॉल्फ हिटलर के रूप में शामिल किया गया है, जबकि अवजीत दत्त फिल्म में मोहनदास करमचंद गांधी के रूप में मामूली भूमिका निभाते हैं. यह फिल्म महात्मा गांधी द्वारा लिखित "द डाउनफॉल" पत्रों पर आधारित है जिसे हिटलर को संबोधित किया गया है.
हे राम (2000) कमल हासन ने महात्मा गांधी को लेकर एक फिल्म बनाई 'हे राम'. ये फिल्म हिंदी और तमिल में बनी थी जिसे बाद में तेलुगु में भी डब किया गया. कमल हासन ने इस फिल्म की कहानी लिखी और साथ ही इसका निर्देशन भी किया. इतना ही नहीं वो इस फिल्म में अभिनय करते भी दिखे. इस फिल्म में कमल हासन के अलावा कई नामी बॉलीवुड स्टार्स नजर आए थे जिनमें शाहरुख खान , रानी मुखर्जी हेमा मालिनी और नसीरुद्दीन शाह भी नजर आए थे.
लगे रहो मुन्ना भाई (2006) संजय दत्त की फिल्म 'लगे रहो मुन्ना भाई' साल 2003 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' का सीक्वल था. फिल्म में मुन्ना और सर्किट के किरदार को छोड़कर पूरी कहानी और किरदारों को रिक्रिएट किया गया था और कहानी भी बदल दी गई थी. इस फिल्म में महात्मा गांधी के जीवन के कई अहम सिद्धातों को एक नए अंदाज में पेश किया गया है.